राज्य में अभी पुलिस की मदद के लिए 100, फायर ब्रिगेड के लिए 101 जैसे अलग-अलग इमरजेंसी नंबर हैं। अब केवल 112 नंबर डायल करने पर ही इन दोनों सेवाओं सहित अन्य सेवा की मदद ली जा सकेगी। यदि आपको स्वास्थ्य से जुड़ी आपातकालीन सहायता की आवश्यकता है तो भी आप 112 नंबर डायल कर सकते हैं।
यह इमरजेंसी नंबर प्रारंभ होने से अन्य इमरजेंसी नंबरों को याद रखने की जरूरत नहीं होगी। इस नंबर से सभी इमरजेंसी सुविधा मिल सकेंगी। यह एक आपातकालीन सुविधा है। यूजर्स को इस सेवा का सावधानीपूर्वक उपयोग करने की सलाह दी जाती है।
पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर यह नंबर गुजरात के सात जिलों में चल रहा है। इनमें अरवल्ली, छोटा उदयपुर, देवभूमि द्वारका, गिर सोमनाथ, बोटाद, महीसागर और मोरबी शामिल हैं।
कैसे करें 112 इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर का इस्तेमाल :
अपने फोन से 112 डायल करें।
पैनिक कॉल को सक्रिय करने के लिए अपने स्मार्ट फोन पर पावर बटन को 3 बार जल्दी से दबाएं।
फीचर फोन के मामले में, पैनिक कॉल सक्रिय करने के लिए '5' या '9' कुंजी को देर तक दबाएं।
राज्य ईआरएसएस वेबसाइट पर लॉग ऑन करें और अपना एसओएस अनुरोध दर्ज करें।
राज्य ई.आर.सी. को एस.ओ.एस. अलर्ट ईमेल करें।
ईआरसी को पैनिक कॉल सक्रिय करने के लिए 112 इंडिया मोबाइल ऐप (गूगल प्लेस्टोर और एप्पल स्टोर में उपलब्ध) का उपयोग करें।
Edited by : Nrapendra Gupta