Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

गुरु पूर्णिमा के दिन क्या करें, क्या न करें

हमें फॉलो करें गुरु पूर्णिमा के दिन क्या करें, क्या न करें
Guru Purnima 2023 : आज भारत भर में गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व बड़ी श्रद्धा व धूमधाम से मनाया जा रहा है। आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा को ही गुरु पूर्णिमा कहते हैं तथा इस दिन गुरु पूजा का विधान है। चारों वेदों के प्रथम व्याख्याता महर्षि वेद व्यास जी का पूजन आज के दिन किया जाता है। आइए जानते हैं आज क्या काम किए जा सकते है और क्या नहीं करें-
 
गुरु पूर्णिमा के दिन क्या करें : 
 
- आज के दिन महर्षि वेद व्यास जी के समक्ष घी का दीया जलाएं, साथ ही भगवान श्री कृष्ण की पूजा करें।
- पीपल में जल चढ़ा कर घी का दीपक प्रज्वलित करके श्री‍हरि विष्णु जी का ध्यान करें।
- पितरों के नाम तर्पण करें।
- आज श्रीमद्‍भागवदगीता का पाठ करें।
- भगवान सत्यनारायण पूजन करके कथा वाचन करें।
- गुरु पूर्णिमा का दिन विद्या या सिद्धि की दृष्‍टि से बहुत खास है, अत: इस दिन नया सीखने का कार्य प्रारंभ करें।
- केसर का तिलक लगाएं।
- मंदिर में पीली वस्तुओं का दान करें। 
- यदि कोई गुरु हो तो गुरु से मंत्र प्राप्त करें।
- पीली वस्तुओं का सेवन करें।
- घर के बड़े-बुजुर्गों तथा अपने गुरु, शिक्षक के पैर छुएं तथा भेंट अवश्य दें।
- गुरु पूजन से बृहस्पति दोष समाप्त हो जाता है, अत: देवगुरु बृहस्पति का पूजन तथा उनके मंत्रों का जाप करें। 
- गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु र्गुरूदेवो महेश्वरः। गुरुः साक्षात परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः॥ मंत्र का जान करें।
 
क्या न करें 
- किसी भी प्रकार का मांगलिक कार्य न करें।
- क्रोध, ईर्ष्या, किसी का अपमान न करें। 
- मांस, मटन, मदिरा से दूर रहें।
- स्त्री प्रसंग से दूर रहें।
- किसी भी प्रकार का तामसिक भोजन न करें।
- यात्रा न करें।
- सुख सुविधा का त्याग करें।
- यदि आपने व्रत रखा हैं तो किसी भी तरह की बहस से दूर रहें।
 
अस्वीकरण (Disclaimer) . चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। वेबदुनिया इसकी पुष्टि नहीं करता है। इनसे संबंधित किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

गुरु पूर्णिमा की विशेष आरती पढ़ने के लिए क्लिक करें (आरती करूं गुरुवर की)