हरिद्वार। आज हरिद्वार के कुंभ 2021 के लिए लोगो जारी कर दिया गया है। इसे जारी करने के साथ ही अब कुंभ की शुरुआत औपचारिक तौर पर हो गई है। मेला आईजी संजय गुंज्याल ने बताया कि कुंभ पुलिस इस बार हाईटेक टेक्नोलॉजी अपनाने जा रही है।
11 मार्च को महाशिवरात्रि के शाही स्नान को लेकर उनकी संतों के साथ बैठक हो गई है। सुरक्षा की दृष्टि से इस बार कुंभ में परंपरागत पुलिसिंग के साथ साथ आधुनिक तकनीक का सहारा भी लिया जाएगा, क्योंकि पिछले सालों के मुकाबले अब आधुनिकीकरण काफी अधिक हो गया है।
इसे देखते पुलिस ने अपनी तैयारियां की हैं। इससे कि आसमान से लेकर जमीन तक कुंभ पुलिस मेला क्षेत्र में घूम रहे असामाजिक तत्वों पर नजर रख सकेगी। सुरक्षा और सर्विलांस के लिहाज से सीसीटीवी कैमरे काफी अहम भूमिका निभाते हैं । इसलिए कुंभ पुलिस ने कुंभ मेला क्षेत्र में लगे पुराने कैमरों के साथ करीब 1200 प्राइवेट सीसीटीवी कैमरों को चयनित कर रही है ताकि आवश्यकता पड़ने पर सभी का उपयोग किया जा सके।
हरिद्वार कुंभ में अखाड़ों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अखाड़ों में सीओ स्तर के अधिकारी लगाए गए हैं, जो सभी संतों-महात्माओं और वीआईपी से संपर्क रख उनकी सुरक्षा में रहेंगे। कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने हाईटेक उपकरणों का इस्तेमाल किया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को होने से रोका जा सके। साथ ही हाईटेक उपकरणों के जरिए असामाजिक तत्वों के साथ उन लोगों पर नजर रखी जा सके जो कुंभ मेले का माहौल खराब करने की कोशिश करते हैं।
2 अखाड़ों ने आज फिर फहराई धर्मध्वजा : निरंजनी और आनंद अखाड़े के धर्म ध्वजा फहराने के बाद आज आज श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी में धर्म ध्वजा स्थापित की गई। सबसे पहले धर्म ध्वजा की विधि-विधान और मंत्रोच्चारण से पूजा की गई।
उसके बाद बैंडबाजे के साथ हर्षोल्लास और धार्मिक माहौल में धर्म ध्वजा को स्थापित किया गया। धर्म ध्वजा की पूजा में मेला अधिकारी दीपक रावत सपत्नीक शामिल हुए। अटल अखाड़े ने भी आज धर्मध्वजा फहरा दी।
भिक्षा नहीं शिक्षा दो अभियान : हरिद्वार कुंभ के दौरान पुलिस भिक्षा नहीं शिक्षा दो अभियान चलाएगी। इसमें बच्चों की भीख मांगने की प्रवृत्ति पर रोक लगाने के लिए प्रयास किए जाएंगे। बच्चों द्वारा भीख मांगने की प्रवृत्ति के खिलाफ पुलिस पहले से ही ऑपरेशन मुक्ति चला रही है। हरिद्वार कुंभ के दौरान इसी तर्ज पर पुलिस एक मार्च से 30 अप्रैल के बीच भिक्षा नहीं-शिक्षा दो के नारे से इस अभियान को चलाएगी।
डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि अभियान के तहत देहरादून, हरिद्वार, यूएसनगर, नैनीताल जैसे बड़े जनपदों में एक एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट सहित 4 टीमें नियुक्त की जाएंगी। शेष जनपदों में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट द्वारा उक्त अभियान को चलाया जाएगा।
प्रत्येक टीम में एक महिला कर्मी भी नियुक्त होगी। अभियान का फोकस कुंभ क्षेत्र होगा। प्रथम चरण में 1 से 15 मार्च तक भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों और उनके परिजनों का विवरण तैयार बच्चों का स्कूल में दाखिला कराया जाएगा। 16 से 31 मार्च तक के दूसरे चरण में सार्वजनिक स्थानों, महत्वपूर्ण चौराहों, सिनेमाघरों, बस व रेलवे स्टेशनों, धार्मिक स्थलों सहित सम्पूर्ण कुंभ क्षेत्र में बच्चों को भिक्षा न दिए जाने को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों के परिजनों को भिक्षावृत्ति न करने ओर उनके कौशल विकास पर ध्यान दिया जाएगा। 1 से 30 अप्रैल तक के तीसरे चरण में भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों को भिक्षावृत्ति से हटाकर उनकी एवं उनके परिजनों की काउंसलिंग की जाएगी। बच्चों के फिर भिक्षावृत्ति में लिप्त पाए जाने पर परिजनों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी, संदेह होने पर डीएनए टेस्ट भी कराया जाएगा।