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जूना, आव्हान तथा अग्नि अखाड़ा की धर्म-ध्वजा का 25 जनवरी को प्रस्तावित नगर प्रवेश स्थगित

हमें फॉलो करें जूना, आव्हान तथा अग्नि अखाड़ा की धर्म-ध्वजा का 25 जनवरी को प्रस्तावित नगर प्रवेश स्थगित

निष्ठा पांडे

, शनिवार, 23 जनवरी 2021 (10:13 IST)
हरिद्वार। जूना अखाड़ा, आव्हान अखाड़ा तथा अग्नि अखाड़ा की ओर से कुंभ मेला 2021 के लिए 25 जनवरी को होने वाली धर्म-ध्वजा का नगर प्रवेश फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। धर्म-ध्वजा के नगर प्रवेश की नई तिथि की घोषणा जल्दी ही कर दी जाएगी। यह जानकारी श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि ने देते हुए बताया कि कुंभ मेले की तैयारियों को अंतिम रूप देने का कार्य जोरों से जारी है।

अखाड़े में जारी तैयारियों में विलंब के कारण फिलहाल 25 जनवरी को होने वाली धर्म-ध्वजा के नगर प्रवेश कार्यक्रम स्थगित हो गए हैं। जल्दी ही नई तिथियों की घोषणा अखाड़े के संतों के साथ विचार-विमर्श के बाद घोषित कर दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि कुंभ मेला 2021 को लेकर अखाड़े की ओर से तैयारियां तेजी से की जा रही हैं। विश्वव्यापी महामारी के कारण इस बार कुंभ मेले की तैयारियां प्रभावित हुई हैं। श्रीमहंत हरिगिरि महाराज ने कहा कि जूना अखाड़ा, आव्हान अखाड़ा तथा अग्नि अखाड़ा तीनों एकसाथ शाही स्नान करते हैं तथा इन तीनों की धर्म-ध्वजाछावनी जूना अखाड़े के परिसर में ही स्थापित होती है। जल्दी ही धर्म-ध्वजा के नगर प्रवेश की नई तिथि घोषित की जाएगी।
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किन्नर अखाड़ा जूना अखाड़े के साथ ही करेगा नगर प्रवेश : धर्मनगरी हरिद्वार में होने वाले कुंभ में किन्नर अखाड़ा लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। गुरुवार को किन्नर अखाड़ा की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ने अपना वीडियो संदेश जारी करते हुए बड़ा बयान देते हुए कहा है कि हरिद्वार में होने वाले कुंभ में किन्नर अखाड़ा जूना अखाड़े के साथ ही नगर प्रवेश और शाही स्नान करेगा।
किन्नर अखाड़ा की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ने अपने वीडियो संदेश में कहा है कि उनके द्वारा किन्नर अखाड़े की एक बैठक गुरुवार को दिल्ली में आयोजित की गई जिसमें सभी ने यह निर्णय लिया है कि वह जूना अखाड़े के साथ ही शाही स्नान व कुंभ में होने वाली सभी धार्मिक गतिविधियों में भाग लेंगे।
 
लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी का यह भी कहना है कि वे इस वीडियो के माध्यम से घोषणा करती हैं कि जिस तरह 2019 में प्रयागराज में उन्होंने जूना अखाड़े के साथ मिलकर कुंभ में शाही स्नान व पेशवाई निकाली थी, उसी तरह हरिद्वार में होने वाले कुंभ में भी वे जूना अखाड़े के साथ ही रहेंगी।

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