Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

Haridwar Kumbh Mela 2021 | हरिद्वार का राजाजी नेशनल पार्क

हमें फॉलो करें Haridwar Kumbh Mela 2021 | हरिद्वार का राजाजी नेशनल पार्क

अनिरुद्ध जोशी

उत्तररांचल प्रदेश में हरिद्वार अर्थात हरि का द्वार है। हरि याने भगवान विष्णु। हरिद्वार नगरी को भगवान श्रीहरि (बद्रीनाथ) का द्वार माना जाता है, जो गंगा के तट पर स्थित है। इसे गंगा द्वार और पुराणों में इसे मायापुरी क्षेत्र कहा जाता है। यहां प्रमुख खास दर्शननीय स्थलों के अलावा भी सैंकड़ों दर्शनीय स्थल है। आओ जानते हैं हरिद्वार के खास राजाजी नेशनल पार्क के बारे में संक्षिप्त जानकरी।
 
 
1. यहां पर शिवालिक पर्वत श्रृंखला से गुजरता नेशनल पार्क बहुत ही सुंदर है। 
 
2. पक्षी और वन्य प्राणियों के सुंदर नजारों के साथ ही आप जंगल का आनंद ले सकते हैं। 
 
3. वन साल, टीक, आदि जैसे अन्य पेड़ों से लदे इस वन में बाघ और हाथियों के के अलावा किंग कोबरा, भालू, चीतल, सांभर, जंगली बिल्ली आदि देखने को मिल जाएंगे।
 
4. महान स्वतंत्रता सेनानी सी राजगोपालाचारी राष्ट्रीय उद्यान उत्तराखंड के तीन जिलों देहरादून, हरिद्वार और पौड़ी गढ़वाल में क्षेत्र में फैला हुआ है। 
 
5. 1983 से पहले इस क्षेत्र में फैले जंगलों में तीन अभयारण्य थे- राजाजी, मोतीचूर और चिल्ला। 1983 में इन तीनों को मिला दिया गया। 
 
6. 830 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैले इस राजाजी राष्ट्रीय उद्यान में पक्षियों की 315 प्रजातियां पाई जाती हैं।
 
7. इसके जंगल में ट्रेकिंग करने के लिए भी पर्यटक आते हैं।
 
8. राजाजी नेशनल पार्क की स्थापना का श्रेय सी. राजगोपालाचारी को जाता हैं। वर्ष 1948 में यह राजाजी नेशनल पार्क अस्तित्व में आया था।
 
9. राजाजी टाइगर रिजर्व वर्ष 2015 में स्थापित किया गया था। टाइगर देखने के लिए जंगल के बीच घने जंगलों में जाना होगा।
 
10. यहां पर वशिष्ठ गुफा स्थित है। यह गुफा आमतौर पर ऋषिकेश की यात्रा पर जाने वाले पर्यटकों के द्वारा देखी जाती हैं।
 
11. 600 मीटर लंबी नदी की रॉबर की गुफा को यहां के स्थानीय लोग गुच्चुपानी के नाम से भी जानते हैं।
 
12. राजाजी नेशनल पार्क की यात्रा का सबसे अच्छा समय 15 नवंबर से 15 जून तक माना जाता है। 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

Ekadashi dates in 2021 : वर्ष 2021 में कब-कब आएगा एकादशी व्रत, पढ़ें संपूर्ण सूची