नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (BJP) हरियाणा (Haryana) में बिना जेजेपी (Jannayak Janata Party) के समर्थन के सरकार बना सकती है।
खबरों के अनुसार सबसे कम अंतर से जीते निर्दलीय विधायक गोपाल कांडा (Independent MLA Gopal Kanda) सहित 7 निर्दलीय विधायक भाजपा को समर्थन देने के लिए तैयार हैं।
जेजेपी प्रमुख दुष्यंत चौटाला अमित शाह (Amit Shah) से मुलाकात करने के लिए दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं। अब सभी की नजरें बीजेपी पर है कि वह निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाती है या फिर जेजेपी का समर्थन लेगी।
हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों के परिणामों में बीजेपी 40, कांग्रेस 31, जेजेपी 10, निर्दलीय 7, इंडियन नेशनल लोकदल 1 और हरियाणा लोकहित पार्टी ने 1 सीट पर जीत हासिल की है।
महाराष्ट्र और हरियाणा का जिम्मा अमित शाह को सौंपा : भाजपा संसदीय बोर्ड ने महाराष्ट्र और हरियाणा में सरकार बनाने से जुड़े फैसले के लिए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को अधिकृत किया है।
यह बोर्ड भाजपा की शीर्ष इकाई है। महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ गठबंधन में बहुमत हासिल करने और हरियाणा में सबसे ज्यादा सीट जीतने वाली एकल पार्टी के रूप में उभरने के बाद पार्टी की यहां बैठक हुई।
पार्टी हरियाणा में भी सरकार बनाती प्रतीत हो रही है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि किसी भी राज्य में मुख्यमंत्री में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। हालांकि यह फैसला आशा के अनुरूप ही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शाह के अलावा इस बैठक में पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने हिस्सा लिया।