आपके किचन में है ऐसी वस्तु जिससे आपके बाल और त्वचा बेहद खूबसूरत और स्वस्थ हो जाएंगे। हम बात कर रहे हैं बैकिंग सोडा की। भारतीय किचन की कई ऐसी डिश हैं जिनमें सोडे का इस्तेमाल जरूरी होता है इसलिए यह हर घर में पाया जाता है।
बैकिंग सोड़ा असल में सोडियम बाइकार्बोनेट होता है। यह प्राकृतिक होता है और सफेद रंग के पाउडर में मिलता है। बैकिंग सोडा के विषय में खास बात यह है कि इसमें एंटीबैक्टेरियल, एंटीफंगल, एंटीसेप्टिक और एंटीइंफ्लेमैटोरी खूबियां होती हैं। इसके अलावा यह सर्दी जुकाम से लेकर, मुंह की दिक्कत और त्वचा संबंधी रोग से बचाव करता है।
आइए जानते है बैकिंग सोडा से होने वाले फायदों के बारे में
अगर चेहरे पर मुहांसों की समस्या है तो इसके लिए बैकिंग सोड़ा बहुत असरकारक है। इसके एंटीसेप्टिक और एंटीइफ्लेमैटोरी गुणों के कारण यह मौजूद मुंहासों के आकार को छोटा करता है तथा नए आने से रोकता है। बैकिंग सोड़े में त्वचा के पीएच को नियंत्रित रखने का गुण होता है जिससे त्वचा में आई खराबी से बचाव होता है।
बैकिंग सोडे के इस्तेमाल के लिए एक चम्मच सोड़ा लेकर पानी के साथ पेस्ट बनाकर उसे त्वचा पर 1 से 2 मिनट छोड़ना है और फिर ठंडे पानी से धो लेना है। इस पेस्ट का इस्तेमाल हर दिन एक बार अगले दो से तीन दिन करना चाहिए फिर इसे एक हफ्ते तक एक या दो बार कर देना चाहिए।
सफेद दांतों की चाहत रखने वाले लोगों के लिए बैकिंग सोड़ा बहुत कारगर उपाय है। बैकिंग सोड़ा दांतों पर से पीलेपन की परत हटा देता है। इसके साथ ही यह बैक्टेरिया द्वारा बनने वाले एसिड को हटाकर दांतों को प्लाक से बचाता है। इसके लिए आप अपने टूथब्रश पर टूथपेस्ट के साथ बैकिंग सोड़ा भी ले लीजिए और दो मिनिट तक ब्रश कीजिए। हर दिन एक बार कुछ दिन तक ऐसा करने से दांतों पर से पीलापन दूर हो जाएगा।
ध्यान रहें : ज्यादा मात्रा में बैकिंग सोड़ा के इस्तेमाल से बचें। किसी भी उपाय को कम दिन के लिए ही अपनाएं। ज्यादा समय तक इस्तेमाल करने से बैकिंग सोड़ा दांतों पर से प्राकृतिक एनामल की परत को हटा देगा।
बैकिंग सोड़ा अल्केलाइन प्रकृति का होता है और इसका धूप में झुलसी त्वचा पर बेहतरीन असर होता है। इसके इस्तेमाल से जलन और खुजली बंद हो जाती है। यह एंटीसेप्टीक होने के कारण सनबर्न में काफी असरकारक होता है। इसके लिए एक या दो चम्मच बैकिंग सोड़ा को एक कप पानी में घोल बनाकर एक साफ कपड़े को इस घोल में डुबाना चाहिए और उस जगह रखना चाहिए जहां धूप में त्वचा झुलस चुकी हो। इसे पांच से दस मिनट रहने दीजिए और दिन में दो से तीन बार यह उपयोग दोहराएं।
शरीर में त्वचा के रंग का एक जैसा न होना भी बहुत से लोगों को परेशान करता है। अगर आप चमकती त्वचा की इच्छा रखते है तो बैकिंग सोड़ा आपकी मदद कर सकता है। बैकिंग सोड़ा में डेड स्कीन को हटाने का गुण होता है इसके अलावा यह पीएच लेवल को भी संतुलित रखता है जिससे त्वचा खूबसूरत बनी रहती है।
इसके अलावा एक चम्मच बैकिंग सोड़ा और एक चम्मच नीबू ज्यूस में एक्स्ट्रा वर्जिन जैतून तेल की चार पांच बूंदे मिला लें। इस पेस्ट को चेहरे पर लगाएं। इसे पांच मिनट लगा रहने दें और फिर चेहरा ठंडे पानी से धो लें। एक हफ्ते में दो से तीन बार यह उपाय आजमाया जा सकता है।
गर्दन, कोहनी के कालेपन से परेशान है, तो एक चमच बैकिंग सोडा लें, इसमें नारियल तेल मिला लें। अब इस पेस्ट को अपने गर्दन और कोहनी पर लगाएं। इसका नियमित नहाने से पहले इस्तेमाल करें। कुछ दिनों में असर आपके सामने होंगे।
नाखून के रंग को लेकर अगर आप चिंतित है तो बैकिंग सोडे से बढ़कर कोई भी उपाय नही। बैकिंग सोडे में ब्लीचिंग और एक्सफोलिएटिंग गुण होते हैं जिससे नाखून का रंग सुधर जाता है।
आधा कप पानी, एक तिहाई चम्मच हाइड्रोजन पेरॉक्साइड और एक चम्मच बैकिंग सोड़ा को मिलाकर अच्छा घोल बना लें। अपने नाखून इस घोल में दो से तीन मिनट तक डूबो कर रखिए। पंद्रह दिन में एक बार यह उपाय आजमाया जा सकता है।