प्रसाद में मिश्री का एक खास महत्व होता है, वहीं मीठे पकवानों में भी अधिकतर लोग शकर की जगह मिश्री का इस्तेमाल करना बेहतर समझते हैं। मिश्री जहां मुंह में मिठास को बढ़ाती है, वहीं मिठास से भरपूर मिश्री में कई औषधीय गुण भी होते हैं। क्या आप जानते हैं इसके बेहतरीन सेहतमंद गुणों के बारे में? यदि नहीं तो यह लेख आपके लिए है।
अधिक वजन यदि आपको परेशान कर रहा है, तो मिश्री का उपयोग आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। मिश्री को सौंफ के साथ बराबर मात्रा में पीसकर तैयार पावडर को तैयार कर लें। अब इस पावडर का नियमित इस्तेमाल करें। इससे वजन बढ़ने जैसी समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
यदि पाचन प्रक्रिया संबंधी समस्या से परेशान हैं तो मिश्री का उपयोग आपको इस समस्या से निजात दिला सकता है। खाना खाने के बाद मिश्री और सौंफ के सेवन से खाना हजम होने में सहायता मिलती है और पाचन प्रक्रिया सही रहती है।
मिश्री मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद मानी जाती है। यह तनाव को दूर करने का काम करती है, साथ ही याददाश्त को सुधारने में सहायक साबित होती है। इसका सेवन आप गर्म दूध के साथ कर सकते हैं।
मिश्री के नियमित सेवन से आंखों की रोशनी में सुधार होता है। इसका यदि खाने के बाद सेवन किया जाए तो यह आंखों की रोशनी को बेहतर करती है।
गले की खराश से परेशान हैं तो आपको मिश्री का सेवन करना चाहिए। यह गले में होने वाली खराश से राहत दिलाती है।
मुंह से दुर्गंध की समस्या से परेशान हैं, तो रोज खाना खाने के बाद सौंफ और मिश्री का सेवन करें। ऐसा करने से मुंह से आ रही दुर्गंध खत्म हो जाती है।