Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

World Blood Donor Day : आप भी जानिए रक्तदान करने के ये 13 फायदे

हमें फॉलो करें World Blood Donor Day
विश्व स्वास्थ्य संगठन, अंतरराष्ट्रीय रेडक्रॉस संघ व रेड क्रीसेंट समाज ने वर्ष 2004 में 14 जून को वार्षिक तौर पर 'रक्तदान दिवस' (Blood Donor Day) पहली बार मनाकर इसकी शुरुआत की थी। कई लोग स्वस्थ होते हुए भी रक्तदान करने से डरते हैं, क्योंकि उनके मन में इससे जुड़ीं कई भ्रांतियां होती हैं। आइए, आज हम आपकी रक्तदान (ब्लड डोनेशन) से जुड़ीं भ्रांतियों को दूर करते हैं और इस महादान से संबंधित जरूरी बाते आपको बताते हैं- 
 
1 एक औसत व्यक्ति के शरीर में 10 यूनिटयानी (5-6 लीटर) रक्त होता है।
 
2 रक्तदान करते हुए डोनर के शरीर से केवल 1 यूनिट रक्त ही लिया जाता है।
 
3 कई बार केवल एक कार एक्सीडेंट (दुर्घटना) में ही, चोटील व्यक्ति को 100 यूनिट तक के रक्त की जरूरत पड़ जाती है।
 
4 एक बार रक्तदान से आप 3 लोगों की जिंदगी बचा सकते हैं।
 
5 भारत में सिर्फ 7 प्रतिशत लोगों का ब्लड ग्रुप 'O नेगेटिव' है।
 
6 'O नेगेटिव' ब्लड ग्रुप यूनिवर्सल डोनर कहलाता है, इसे किसी भी ब्लड ग्रुप के व्यक्ति को दिया जा सकता है।
 
7 इमरजेंसी के समय जैसे जब किसी नवजात बालक या अन्य को खून की आवश्यकता हो और उसका ब्लड ग्रुप ना पता हो, तब उसे 'O नेगेटिव' ब्लड दिया जा सकता है।
 
8 ब्लड डोनेशन की प्रक्रिया काफी सरल होती है और रक्त दाता को आमतौर पर इसमें कोई तकलिफ नहीं होती हैं।
 
9 कोई व्यक्ति 18 से 60 वर्ष की आयु तक रक्तदान कर सकता हैं।
  
10 रक्त दाता का वजन, पल्स रेट, ब्लड प्रेशर, बॉडी टेम्परेचर आदि चीजों के सामान्य पाए जाने पर ही डॉक्टर्स या ब्लड डोनेशन टीम के सदस्य आपका ब्लड लेते हैं।
 
11 पुरुष 3 महीने और महिलाएं 4 महीने के अंतराल में नियमित रक्तदान कर सकती हैं।
  
12 हर कोई रक्तदान नहीं कर सकता। यदि आप स्वस्थ हैं, आपको किसी प्रकार का बुखार या बीमारी नहीं हैं, तो ही आप रक्तदान कर सकते हैं।
 
13 अगर कभी रक्तदान के बाद आपको चक्कर आना, पसीना आना, वजन कम होना या किसी भी अन्य प्रकार की समस्या लंबे समय तक बनी हुई हो तो आप रक्तदान ना करें।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

14 जून : विश्व रक्तदाता दिवस, जानिए क्यों मनाया जाता है World Blood Donor Day