कोरोना वायरस का प्रकोप अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। भयानक रही दूसरी लहर को नजरअंदाज करके लोग बेखौफ घूम रहे हैं। वैक्सीनेशन के लिए सरकार को लगातार अलग - अलग तरह से कैंपेन चलाने पड़ रहे हैं, जनता को वैक्सीनेशन के लिए जागरूक करना पड़ रहा है। इसी बीच CDC यानी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन सेंटर ने एक रिपोर्ट जारी कर चेताया है। वैक्सीनेशन नहीं लगाने के लिए तीसरी लहर दूसरी लहर की तरह भारी पड़ सकती है।
मरने वालों की संभावना अधिक
CDC ने रिपोर्ट जारी कर कहा कि वैक्सीन नहीं लगवाने वालों को 11 गुना अधिक मरने की संभावना है। साथ ही यह भी बताया है कि वैक्सीन डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ अधिक असरदार है। CDC द्वारा किए गए अध्ययन में चेताया गया है कि -
- गर्मियों की शुरूआत में डेल्टा वेरिएंट में केस तेजी से बढ़े थे।
- टीकाकरण नहीं होने पर वायरस की चपेट में लोग अधिक आ रहे थे।
- वायरस की चपेट में आने की तीव्रता 4.5 गुना अधिक थी।
- अस्पताल में भर्ती की संभावना करीब 10 गुना थी।
- कोविड से मरने वालों की तीव्रता 11 फीसदी अधिक थी।
CDC द्वारा किए जा रहे अध्ययन में सामने आया है कि वैक्सीन नहीं लगाने वाले कोविड की चपेट में तेजी से आ सकते हैं। अध्ययन में ये भी सामने आया कि बिना वैक्सीनेशन वाले लोगों में कोविड के संपर्क में आने की संभावना 5 गुना अधिक थी। वहीं संक्रमित होने के बाद अस्पताल पहुंच रहे मरीज 29 गुना थी। वैज्ञानिक वालेंस्की का कहना है कि हमारे पास पर्याप्त वैज्ञानिक उपकरण है। टीकाकरण असरदार है।