होली - रंगपंचमी यानि रंगों की बौछार, गुलाल और ढेर सारा उल्लास। लेकिन इस रंग में भंग न पड़े, इसके लिए आपको एक बार जरूर जान लेनी चाहिए यह 10 सावधानियां, ताकि होली व रंगपंचमी पर सुरक्षा का रंग फीका न पड़े, और हर तरफ प्रेम का गुलाल उड़े। जानिए 10 सावधानियां...
1 त्वचा की सुरक्षा के लिए विशेष देखभाल आवश्यक है। जब भी होली खेलने निकलें, उससे पहले त्वचा पर कोई तैलीय क्रीम या फिर तेल, घी या फिर मलाई लगाकर निकलें, ताकि त्वचा पर रंगों का विपरीत असर न पड़े।
2 बालों को रंग से बचाने का पूरा प्रयास करें। रंग आपके बालों को रूखा, बेजान और कमजोर बना सकते हैं। इनसे आपके बालों का पोषण भी छिन सकता है।
3 यदि होली खेलते समय आंखों में रंग चला जाए तो तुरंत आंखों को साफ पानी से धोएं। यदि आंखें धोने के बाद भी तेज जलन हो, तो बिना देर किए डॉक्टर को दिखाएं।
4 आंखों पर गलती से गुब्बारा लग जाए या खून निकल आए तो पहले सूती कपड़े से आंखों को ढंकें या फोहा लगाएं। इसके बाद डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
5 बाजार के हरे रंग से होली खेलते समय ध्यान रखें, इसमें कॉपर सल्फेट पाया है, जो आंखों में एलर्जी, सूजन अंधापन जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है। इस बात का विशेष ध्यान रखें।
6 सिल्वर चमकीले रंग का इस्तेमाल न करें। इसमें एल्युमीनियम ब्रोमाइड होता है, जो त्वचा के कैंसर के लिए जिम्मेदार हो सकता है। वहीं काले रंग में उपस्थित लेड ऑक्साइड किडनी को बुरी तरह प्रभावित करता है।
7 होली खेलें लेकिन पूरे होश में खेलें। अधिक नशा करना आपके स्वास्थ्य को तो प्रभावित करता ही है, कई बार अनहोनी घटनाओं का कारण भी बनता है। होली सुरक्षित तरीके से खेलें।
8 बाजार की मिठाईयों का सेवन करने से बचें। इनमें मिलावट हो सकती है, जो आपके लिए खतरनाक साबित हो सकती है। घर पर बने व्यंजनों का भरपूर मजा लें, क्योंकि वे शुद्धता के साथ बनाए जाते हैं।
9 होली की मस्ती में कई बार लड़ाई-झगड़े भी हो जाते हैं, लेकिन यह भाई-चारे का पर्व है भूलें नहीं। आपसी भाईचारा बनाए रखें और मिलजुलकर खूबसूरत रंगों के साथ होली मनाएं।
10 कोशिश करें कि हर्बल रंगों का ही प्रयोग करें। इन रंगों का कोई दुष्प्रभाव भी नहीं होता और इन्हें आसानी से घर पर बनाया भी जा सकता है। वैसे बाजार में भी हर्बल रंग उपलब्ध हैं।