पैरों में पहनी जाने वाली पायल, पायजेब की रूनझुन और छमछम आवाज किसे नहीं अच्छी लगती। यह पारंपरिक आभूषण सिर्फ नवविवाहितों के लिए नहीं है बल्कि अब यह फैशन का नया ट्रेंड भी बन रही है। आपको यह जानकर अचरज होगा कि इन्हें पहनने से सेहत की भी कई समस्याओं का निवारण होता है।
पायल पैरों से निकलने वाली शारीरिक विद्युत ऊर्जा को शरीर में संरक्षित रखती है।
पायल महिलाओं के पेट और निचले अंगों में वसा (फैट) बढ़ने की गति को रोकती है।
वास्तु के अनुसार पायल की छनक निगेटिव ऊर्जा को दूर करती है।
चांदी की पायल पैरों से घर्षण करके पैरों की हड्डियां मजबूत बनाती हैं।
पैर में पायल पहनने से महिला की इच्छा-शक्ति मजबूत होती है। यही वजह है कि औरतें अपने स्वास्थ्य की चिंता किए बिना पूरी लगन से परिवार के भरण-पोषण में जुटी रहती हैं।