चैत्र नवरात्रि के दौरान कुछ लोग निर्जला व निराहार व्रत रखते हैं। आहार विशेषज्ञों ने ऐसे लोगों को व्रत के दौरान सेहत का खास तौर पर ध्यान देने की सलाह दी है।
उपवास में खाने पीने का ध्यान नहीं रखने से शरीर को काफी नुकसान हो सकता है। एक दिन में सामान्य व्यक्ति को कम से कम 1700-1800 कैलोरी भोजन लेना जरूरी है। उपवास के दौरान भी ये बातें पूरी तरह लागू होती हैं। इसके लिए जरूरी है कि ऐसी चीजों का सेवन किया जाए, जो व्रत व सेहत दोनों दृष्टि से लाभदायक हो।
आहार विशेषज्ञों के मुताबिक उपवास के दौरान मौसमी फलों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करना चाहिए। फलों को खाने से शरीर में पानी की मात्रा में संतुलन बना रहता है।
वर्किंग वूमन यदि उपवास रख रही हों तो उन्हें विशेष ख्याल रखने की जरूरत पड़ती है। काम की वजह से थकान होना स्वाभाविक है। ऐसे में सम्पूर्ण कैलोरी की मात्रा ग्रहण की जानी चाहिए। इसके लिए जब भी काम पर हों तो फ्रूट्स व पैक मिल्क, सूप, फलों का रस, लस्सी या ड्रायफ्रूट लेती रहें। इससे आपको एनर्जी मिलती रहेगी।
फलाहारी में जहां तक हो सके लाइट फूड लें। उपवास के दौरान यदि संभव हो तो एक समय अच्छी तरह भोजन लें और दूसरे वक्त दूध व दूध से बने प्रोडक्ट का सेवन करें। दूध से बनी चीजों से शरीर को प्रोटीन, कैल्सियम भरपूर मात्रा में मिलता है। यदि एक वक्त भोजन नहीं ले रहे हों तो साबूदाने का पोहा, शकरकंद, दूध, दही, नीबू का शरबत, एप्पल और टमाटर का सूप (बिना प्याज लहूसन का), मौसमी फल, जूस और सलाद जरूर लें। यह सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है।
व्रत के दौरान जहाँ तक हो सके, आइली फूड अवाइड करें। पूरा दिन खाली पेट रहने के बाद आइली चीजें लेने से सेहत पर बुरा प्रभाव प़ड़ता है। खाली पेट के बाद आइली चीजें खाने से डीहाइड्रेशन, उल्टी, गैस, सिर दर्द, चक्कर की समस्या हो सकती है। साबूदाने का बड़ा, बेसन व मैदे के डीपफ्रॉय आइटम व हैवी डाइट का सेवन बिल्कुल भी न करें। लोग अक्सर उपवास के दौरान चाय व कॉफी अधिक मात्रा में लेते हैं, जो सेहत के काफी हार्मफूल होता है।