दुनिया में कोविड-19 के मामलों में गिरावट दर्ज की जा रही है। लेकिन ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट BA.2 ने चिंता बढ़ा दी है। यह वैरिएंटऑमिक्रॉन के मूल वैरिएंट से भी अधिक वैरिएंट से भी तेजी से फैलने वाला है। वैज्ञानिकों द्वारा जारी शोध में यह खुलासा हुआ है कि ओमिक्रॉन सब वैरिएंट BA.2 मूल वैरिएंट से भी अधिक खतरनाक है। इसे डेल्टा से भी अधिक खतरनाक बताया जा रहा है। और कोरोना का गंभीर कारणभी बन सकता है। ऑमिक्रॉन के नए सब वैरिएंट को स्टेल्थ ओमिक्रॉन कहा जा रहा है।
क्या है ओमिक्रॉन का नया सब वैरिएंट ?
26 नवंबर 2021 को वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने ओमिक्रॉन को वैरिएंट ऑफ कंसर्न घोषित किया था। जापान में हए एक शोध में BA.2वैरिएंट तेजी से फैलने के साथ ही अधिक संक्रामक बताया जा रहा है।
WHO के मुताबिक ओमिक्रॉन के अभी तक तीन वैरिएंट सामने आ चुके हैं। BA.1, BA.2, BA.3।
कोविड के नए वैरिएंट BA.2 को स्टेल्थ ओमिक्रॉन कहा जा रहा। ब्रिटेन ने इसे वैरिएंट अंडर इन्वेस्टिगेशन की श्रेणी में रखा है। गौरतलब है कि 6 दिसंबर 2021 को स्टेल्थ ओमिक्रॉन का पहला केस मिला था।
UK की हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी ने स्टेल्थ ओमिक्रॉन को ''वैरिएंट अंडर इन्वेस्टिगेशन'' में रखा था। लेकिन अब इस वैरिएंट को "वैरिंएट ऑफ कंसर्न" घोषित कर देना चाहिए।
रि-इंफेक्शन का कारण बन सकता है BA.2
ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट बीए.2 को लेकर एक अध्ययन में इसे रि-इंफेक्शन का खतरा बताया जा रहा है। रिपोर्ट में डब्ल्यूएचओ के कोविड-19 तकनीकी टेक्निकल टीम लीड मारिया ने बताया कि, स्टील्थ ओमिक्रॉन को अधिक संक्रामक बताया जा रहा है। डेनमार्क में शोधकर्ताओं के मुताबिक टीकाकरण करा चुके लोगों को भी संक्रमित कर सकता है। इस तरह बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है।
स्टेल्थ ओमिक्रॉन के लक्षण
अध्ययन के मुताबिक
डॉ एंजेलिक के मुताबिक - चक्कर आना, थकान, जुकाम होना, रात में पसीना आना, भूख नहीं लगना, उल्टी होना और शरीर में दर्द होना।
स्टेल्थ ओमिक्रॉन का उपचार -
रिपोर्ट में WHO के कोविड इंसीडेंट मैनेजर डॉ. आब्दी महमूद ने कहा कि इस बारे में लगातारी कोशिश जारी है कि यह खतरनाक है या नहीं। हालांकि यूके में एक अध्ययन में पाया गया कि ओमिक्रॉन से संक्रमित लोग पहले भी संक्रमित रह चुके हैं। इस वैरिएंट के खिलाफ सतर्कता बरतनेकी जरूरत है।