Home remedies to clean ears: नहाते वक्त कान में पानी या साबुन चला जाता है तो इससे कानों में इंफेक्शन फैल सकता है। कानों में खुजली चलने पर कई लोग ईयर कॉटन स्टिक का उपयोग करते हैं जो कि नुकसानदायक भी हो सकता है। तांबे की कान खोरनी का सही उपयोग नहीं करने से कानों घाव हो सकता है। ऐसे में कान को साफ करने के 3 घरेलू नुस्खे डॉक्टर की सलाह से आजमा सकते हैं।
फिटकरी का पानी : लेटकर फिटकरी के पानी की 2 से 4 बूंद कान में डालें और करीब 7 से 10 मिनट तक उसे रहने दें। इसके बाद पानी निकाल सकते हैं। फिटकरी में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं और यह कान में जमी गदंगी को गला देती है। इसके बाद आप चहें तो सावधानी पूर्वक कान के मैल को निकालने के उपाय कर सकते हो। इसको डॉक्टर की सलाह से ही आजमाएं।
लहसुन का तेल : 50 ग्राम सरसो या नारियल के तेल में लहसुन की 3 से 4 कलियों को डालकर उस तेल को गैस पर गर्म कर लें। इसके बाद उसे गैस पर से उतारकर गुनगुना होने पर उसकी 2 से 3 बूंदें कान में डालें और करीब 7 से 10 मिनट तक उसे रहने दें। इससे कान का मैल गल जाएगा और तब उसे आप तांबे की कान खोरनी से सावधानी पूर्वक धीरे धीरे बाहर निकाल लें। इसको डॉक्टर की सलाह से ही आजमाएं।
ग्लिसरीन : कानों के मैल को निकालने के लिए यह तरीका अक्सर उपयोग में लिया जाता है। ड्रापर की मदद से 2-3 बूंद ग्लिसरीन कानों के भीतर डालें और वैक्स के फूल जाने पर उसे निकाल लें। कई लोग इसकी जगह गुनगुने पानी में बेकिंग सोडा डालकर पानी में अच्छी तरह से मिलाकर उसकी 3 या 4 बूंद कानों में डालते हैं जिससे मैल फूलकर उपर आ जाता है। फिर उसे धीरे से निकाल लें। इसको डॉक्टर की सलाह से ही आजमाएं।