कोविड-19 महामारी के प्रकोप का असर हर उम्र के लोगों पर हुआ है। इसी बीच समूचे देश में लगाएं लॉकडाउन से सभी लोग परेशान भी हुए। लेकिन इसका असर सबसे अधिक महिलाओं पर पड़ा है। महिलाएं भी कही न कहीं मानसिक रूप से प्रभावित हुई है। साथ ही इसका असर उनके खानपान और पोषण युक्त आहार की कमी को लेकर अध्ययन सामने आया है। अमेरिका में शोधकर्ताओं का कहना है कि तालाबंदी की वजह से भारत में 2020 में महिलाओं की पोषण स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव डाला है।
वहीं अन्य रिसर्च कृषि और पोषण के लिए टाटा -कोर्नेल इंस्टीट्यूट द्वारा भारत के राज्यों के चार जिलों में सर्वे किया गया है। यह जिले पिछड़े हुए है। इसमें उत्तर प्रदेश के महाराजगंज, ओडिशा के कंधमाल और कालाहांडी और बिहार के मुंगेर में स्टडी की गई। जब साल 2019 और साल 2020 की तुलना की गई तो खाघ सामग्रीयों पर खर्च महिलाओं के पोषण युक्त आहार में गिरावट दर्ज की है।
''महिलाओं के भोजन में महामारी से पूर्व भी विविध खाद्य पदार्थों की कमी थी लेकिन साल 2020 में यह स्थिति और भी अधिक खराब हो गई।'' रिसर्च इकोनॉमिस्ट और टीसीआई डायरेक्टर प्रभु पिनगली और कंसटलेंट पायल सेठ के साथ अध्ययन की सह लेखक सौम्या गुप्ता ने बताया है। अन्य शोधकर्ताओं के मुताबिक महिलाओं की जरूरतों को पूरा करते हए पोषण के साथ महामारी और महिलाओं पर पड़े प्रतिकूल असर को पहचानना जरूर चाहिए।