गर्मी है रसीले फलों का मौसम। फलाहार से जीवन में स्वास्थ्य प्राप्त होता है।। हमारे ऋषि-मुनि भी फल, कंद-मूल खाकर ही स्वस्थ जीवन बिताते थे। ऋतुओं के साथ फल भी बदल जाते हैं। ग्रीष्म ऋतु के आते ही नए-नए फल आ जाते हैं।
फलों का राजा आम
आम फलों का राजा कहलाता है। विश्व के अनेक देशों में आम की अलग-अलग जाति होती है। फिर भी हिंदुस्तान का प्रसिद्ध फल आम ही है।
स्वाद, स्वास्थ्य एवं बल संवर्धन की दृष्टि से आम सभी फलों में आगे है। आम भिन्न-भिन्न जाति के होते हैं। किन्तु सभी आमों के गुण प्रायः एक से ही होते हैं। आम को खाने से पहले 2-3 घंटे पानी में रखने से गर्मी निकल जाती है।
अद्वितीय फल खरबूजा
यह ग्रीष्म ऋतु का अद्वितीय फल है। यह हर कहीं सहजता से उपलब्ध रहता है एवं सस्ता होने के कारण सभी खरीद सकते हैं। खरबूजा तृप्ति कारक, शीतल, बलवर्धक तथा पित्त, वायु, कब्ज निवारक है। शारीरिक श्रम के बाद यह फल खाने से थकान दूर हो जाती है तथा तृप्ति मिलती है।
पानी का खजाना तरबूज
इसका गूदा जितना लाल होगा, वह उतना ही मीठा, स्वादिष्ट तथा रसभरा होगा। इसमें 75 प्र.श. पानी रहता है। वास्तव में यह ग्रीष्म ऋतु का सबसे मजेदार फल है। यह ग्रीष्म ऋतु में आनंद, मुख तृप्ति तथा स्वास्थ्य प्रदाता फल माना जाता है। तरबूज का हर हिस्सा काम का होता है, इसके छिलके की सब्जी भी बढ़िया बनती है।
अनुपम ककड़ी
यह उष्ण तथा ग्रीष्म ऋतु का अनुपम उपहार फल तथा सब्जी दोनों है। ककड़ी अपने शीतल प्रभाव से मन, मस्तिष्क तथा वायु कोशिकाओं को तृप्ति एवं स्वास्थ्य प्रदान करती है। यह गर्मी तथा लू से बचाती है। खीरा और ककड़ी के गुणधर्म एक से होते है।
इसके अलावा संतरा, अंगूर, लीची, मौसंबी, पाइनेपल जैसे कई फलों की गर्मी में बहार रहती है, अवश्य फायदा उठाएं।