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क्या आपको महसूस होती है सूर्यास्त के बाद बेचैनी, हो सकते हैं ये सनसेट एंग्जाइटीनके लक्षण

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WD Feature Desk

, मंगलवार, 7 जनवरी 2025 (14:32 IST)
Sunset Anxiety: अक्सर कई लोगों को सनसेट यानी सूरज के ढलने के बाद बेचैनी या अवसाद जैसी फीलिंग आती है। मतलब शाम होने के बाद ऐसे लोगों की बेचैनी बढ़ने लगती है और उन्हें नेगेटिविटी महसूस होती है। यह सनसेट एंग्जाइटी हो सकती है। 

सुनने में सनसेट एंग्जाइटी बिल्कुल नए तरह का टर्म लगता है लेकिन कई लोग इससे पीड़ित होते हैं और उन्हें इस बात की जानकारी भी नहीं होती। आज इस आलेख में हम आपको सनसेट एंग्जाइटी के कारण, लक्षण और इलाज की जानकारी दे रहे हैं।

सनसेट एंग्जाइटी क्या है?
सनसेट एंग्जाइटी एक प्रकार की चिंता विकार है जिसमें व्यक्ति सूर्यास्त के समय या उसके आसपास अत्यधिक चिंता और बेचैनी महसूस करता है। यह चिंता दिन के अन्य समय की तुलना में शाम के समय अधिक तीव्र होती है।

सनसेट एंग्जाइटी के लक्षण
  • चिंता और बेचैनी: सूर्यास्त के समय चिंता और बेचैनी का स्तर बढ़ जाना।
  • दिल की धड़कन का तेज होना: हृदय गति में वृद्धि होना।
  • सांस लेने में कठिनाई: सांस लेने की गति बढ़ जाना।
  • पसीना आना: हथेलियों और पैरों में पसीना आना।
  • कंपन: हाथों और पैरों में कंपन महसूस होना।
  • मतली: जी मिचलाना।
  • सिरदर्द: सिर में दर्द होना।
  • नींद न आना: रात को नींद न आना या बार-बार जागना।
 
सनसेट एंग्जाइटी के कारण
सनसेट एंग्जाइटी के सटीक कारण अभी तक पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हुए हैं। हालांकि, कुछ कारक जो इस स्थिति को बढ़ावा दे सकते हैं, उनमें शामिल हैं:
  • जीवनशैली: अनियमित नींद का चक्र, कैफीन और शराब का सेवन, तनावपूर्ण जीवनशैली।
  • अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं: अवसाद आदि।
  • शारीरिक स्वास्थ्य समस्याएं: थायराइड की समस्याएं, हृदय रोग आदि।
  • दवाओं के दुष्प्रभाव: कुछ दवाओं के दुष्प्रभाव के रूप में भी सनसेट एंग्जाइटी हो सकती है।
 
सनसेट एंग्जाइटी का इलाज
सनसेट एंग्जाइटी का इलाज कई तरीकों से किया जा सकता है, जिनमें शामिल हैं:
  • चिकित्सा: एक मनोचिकित्सक या मनोवैज्ञानिक से चिकित्सा लेने से चिंता को कम करने में मदद मिल सकती है।
  • दवाएं: डॉक्टर चिंता को कम करने के लिए दवाएं लिख सकते हैं।
  • जीवनशैली में बदलाव: नियमित व्यायाम करना, स्वस्थ आहार लेना, पर्याप्त नींद लेना और तनाव कम करने के उपाय करना।
  • तनाव प्रबंधन तकनीकें: ध्यान, योग और विश्राम तकनीकें तनाव को कम करने में मदद कर सकती हैं।
 
सनसेट एंग्जाइटी से कैसे निपटें?
  • दिनचर्या बनाएं: नियमित समय पर सोएं और उठें।
  • तनाव कम करें: योग, ध्यान या अन्य विश्राम तकनीकों का अभ्यास करें।
  • स्वस्थ आहार लें: संतुलित आहार लें और कैफीन और शराब का सेवन कम करें।
  • व्यायाम करें: नियमित रूप से व्यायाम करने से तनाव कम होता है।
  • समाजिक समर्थन लें: परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं।
 
कब लें डॉक्टर की सलाह?
अगर आपको सनसेट एंग्जाइटी के लक्षण महसूस हो रहे हैं और यह आपके दैनिक जीवन को प्रभावित कर रहा है, तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डॉक्टर आपके लक्षणों का मूल्यांकन करेंगे और आपको उपचार का सबसे अच्छा विकल्प बताएंगे।

अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण  आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं है करता । किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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