हम निरंतर भागदौड़ में लगे रहते है और ऐसे में कई बार यह समझ नहीं पाते हैं कि हमारे शरीर में क्या तकलीफ है, ऐसे समय में हम अपनी सांसों पर ध्यान ही नहीं देते। यदि आप भी ऐसा ही कुछ महसूस करते हैं तो सावधान हो जाइए और तुरंत डॉक्टर से संपर्क कीजिए। इतना ही नहीं यदि आप अपने आस-पास, परिवार या रिश्तेदार में से किसी को सांस फूलने की समस्या का सामना करते हुए देखें तो सचेत होकर उनकी मदद करें।
आपको यह समस्या नीचे बताए गए कारणों में से किसी वजह से हो सकती है। आइए जानें काम की बातें-
1 फेफड़ों संबंधी किसी तरह की समस्या होने पर भी सांस फूलने की परेशानी हो सकती है। कई बार फेफड़ों की बाहरी ऑक्सीजन सोखने की क्षमता कम हो जाती है और जरा सा चलने पर सांस फूलने लगती है।
2 अक्सर मोटे लोगों को यह शिकायत करते सुना गया है कि जरा सी सीढ़ी चढ़ने पर उनकी सांस फूलने लगती है। इसलिए मोटापे को कंट्रोल करके भी इस सांस फूलने की परेशानी से बचा जा सकता है।
3 श्वास नली व उसकी शाखाओं में सूजन भी सांस फूलने की परेशानी का एक कारण है।
4 जिन महिलाओं को पीरियड्स में अधिक रक्तस्राव (ब्लीडिंग) होती हैं व जो लोग खून की कमी से पीड़ित हो, यानी कि जिन्हें अनीमिया की शिकायक हो, तो ये सांस फूलने एक बहुत बड़ा कारण हो सकता है।
5 दिल संबंधित समस्या होना भी सांस फूलने के कारणों में से एक है।
सांस फूलने या सांस लेने में तकलीफ है तो इन बातों को अपनाएं-
1 प्रतिदिन तकरीबन 350 ग्राम सलाद और 350 ग्राम फलों का सेवन करें। प्रोटीन भरपूर मात्रा में लें। पत्तेदार सब्जियों का नियमित सेवन करें।
2 कुछ देर धूप जरूर लें, और धूल-धक्कड़ से दूर रहें।
3 मोटापा किसी भी हालत में न पनपने दें।
4 कोशिश करें कि नियमित व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करें, जिनती कम उम्र में व्यायाम को अपना लेंगे, उतना ही अच्छा होगा।
5. किसी तरह के धूम्रपान व तंबाकू के सेवन से बचें और शराब न पीएं।
यह रखें सावधानी: सांस फूलने की परेशानी में अपनी ओर से एहतियात बरतने के अलावा, डॉक्टर से परामर्श लेना कतई न भूलें।
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