सेहत को दुरुस्त रखने के लिए कई लोग मॉर्निंग वॉक करते हैं। आमतौर पर यह धारणा रहती है कि सुबह जितनी जल्दी वॉक करें उतना ही अच्छा रहता है। कई लोग तो बहुत ही शान से बताते हैं कि वे सुबह 4 या 5 बजे उठकर मॉर्निंग वॉक करते हैं। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि मॉर्निंग वॉक का सही समय ये नहीं है, बल्कि वॉक सुबह सूरज निकलते वक्त करें तो ज्यादा बेहतर होता है। आइए, जानते हैं क्यों -
1 अगर आप सुबह सूरज निकलते समय या उसके कुछ देर बाद तक सुबह की सैर करते हैं, तो आपको भरपूर मात्रा में विटामिन-डी मिलता है जबकि अंधेरे में या सूरज निकलने के पहले सैर करने पर आप विटामिन-डी से वंचित रह जाते हैं।
2 भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन ग्रहण करना, सुबह की सैर का एक महत्वपूर्ण कारण होता है। लेकिन अगर आप अंधेरे में सैर करने जाते हैं, तो उस समय आपको ऑक्सीजन का फायदा नहीं मिल पाता, क्यों उस वक्त पेड़-पौधे कार्बन-डाई-ऑक्साइड छोड़ते हैं।
3 हड्डियों को मजबूत करने के लिए कैल्शियम के साथ-साथ विटामिन-डी बेहद आवश्यक होता है। अगर आप सही मात्रा में धूप नहीं लेते तो आापको विटामिन डी नहीं मिल पाता और आपके शरीर को कैल्शियम का कोई लाभ नहीं मिलता। हल्की धूप में सैर करने से आपका शरीर कैल्शियम का सही उपयोग कर पाता है।
4 अगर आप मानसिक तनाव या डिप्रेशन के शिकार हैं, तो हल्की धूप में सैर करना आपके लिए बेहद जरूरी है। इससे आपको सैर करने के फायदे भी मिलेंगे और हल्की धूप आपको डिप्रेशन से भी बचाती है।
5 अगर आप डाइबिटीज को कंट्रोल करना चाहते हैं, तो भी सुबह की हल्की धूप में सैर आपको डाइबिटीज, हृदय रोग और दिमागी समस्याओं से दूर रखता है।