कोरोना वायरस का प्रकोप अब धीरे - धीरे कम हो रहा है, संक्रमण दर भी कम होने लगी है। लेकिन पोस्ट कोविड के बाद अन्य गंभीर बीमारियां लोगों की जान ले रही है। जी हां, पोस्ट कोविड के बाद सबसे पहले ब्लैक फंगस बीमारी सामने आई। इसके बाद व्हाइट फंगस बीमारी और अब येलो फंगस बीमारी सामने आई है। जानकारी के मुताबिक यह बीमारी व्हाइट और ब्लैक फंगस से भी अत्यधिक घातक बताई जा रही है। आइए जानते हैं कैसे इस बीमारी को पहचानें, क्या उसके लक्षण है क्या उसका उपचार संभव है
येलो फंगस के क्या लक्षण है?
- भूख कम लगना या भूख नहीं लगना
- सुस्ती आना
- वजन कम होना
- आंखों का अंदर हो जाना
- घाव का धीमी गति से ठीक होना
-अंगों का अचानक काम करना बंद करना
-कुपोषण
क्यों घातक है येलो फंगस?
यह बीमारी शरीर के अंदर ही हो रही है। इसके लक्षण भी सामान्य दिखने वाले ही है। लक्षण को पहचानने में भी देरी होने से यह खतरनाक साबित हो रही है। लक्षण नज़र आते ही इसका ट्रीटमेंट शुरू करना बेहद जरूरी है। यह धीरे - धीरे आपकी बाॅडी के सभी आॅर्गन को डैमेज कर सकता है।
येलो फंगस होने का कारण
इस फंगस के होने का कारण एक जैसा ही है गंदगी और नमी। अपने घर के आस-पास सफाई रखें। फंगस को रोकने के लिए आसपास की जगह बिल्कुल भी नमी नहीं रखें। पुरानी चीजों को फ्रिज से बाहर निकाल दें। साफ - सफाई का पूरा ध्यान रखें।
येलो फंगस से बचाव के उपचार
खूब सारा पानी पिएं
इम्यूनिटी स्ट्रांग रखें
आस-पास जरा भी गंदगी नहीं रखें
घर में नमी नहीं हो
ताजा खाना खाएं, बासी खाना नहीं खाएं