प्रोटीन का सबसे बेहतरीन स्त्रोत दूध को माना जाता है। अक्सर आपने भी अपने मां से दूध न पीने के कारण डांट खाई होगी। दूध न सिर्फ हमारी फिजिकल बल्कि मेंटल हेल्थ के लिए भी बहुत ज़रूरी है। दुश में कैल्शियम और विटामिन D भरपूर मात्रा में होता है जो आपके शरीर को हेल्दी बनाए रखने में मदद करता है।
साथ ही भारत में दूध के साथ कई तरह के व्यंजन बनाते हैं। कई लोग दूध के साथ ड्राई फ्रूट्स या फल खाना पसंद करते हैं। पर कुछ चीज़ों का सेवन आपको दूध के साथ नहीं करना चाहिए। इन चीज़ों के सेवन से आपके शरीर को नुकसान पहुंच सकता है और आप बीमार पड़ सकते हैं। चलिए जानते हैं कि दूध के साथ क्या नहीं खाना चाहिए....
1. केला: अधिकतर लोग दूध के साथ केला खाना पसंद करते हैं। साथ ही जिम जाने वाले लोगों के लिए यह फेवरेट कॉम्बिनेशन है। दूध और केले का मिश्रण भारी होता है और इसे पचाने में काफी समय लगता है। पाचन क्रिया प्रभावित होने से आपको थकान या आलस की समस्या हो सकती है। अगर आप केले का मिल्क शेक पीना पसंद करते हैं, तो पाचन को बढ़ावा देने के लिए इसमें एक चुटकी दालचीनी या जायफल पाउडर मिलाएं।
2. मछली या मांस: दूध के साथ मछली और सभी प्रकार के मांस खाने से बचें, क्योंकि इससे भारीपन और पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। दूध और मछली का साथ में सेवन करना आपके लिए जहर के समान हो सकता है। इससे आपको फूड पॉइजनिंग और पेट दर्द जैसी समस्या हो सकती है।
3. खट्टे फल: आपको दूध के साथ खट्टे या एसिडिक पदार्थ नहीं मिलाने चाहिए। साथ ही विटामिन सी से भरपूर फलों को दूध के साथ नहीं खाना चाहिए। दूध को पचाने में अधिक समय लगता है और जब आप दूध और नींबू या कोई खट्टे फल एक साथ खाते हैं, तो दूध जम जाता है। इससे गैस और सीने में जलन हो सकती है। कुछ लोग lactose intolerant भी होते हैं, जिसका मतलब है कि वे दूध में मौजूद लैक्टोज को डाइजेस्ट नहीं कर पाते हैं।
4. खरबूजा: आयुर्वेद के अनुसार, दूध एक रेचक (laxative) के रूप में कार्य करता है और खरबूजे में मूत्रवर्धक गुण (diuretic properties) होते हैं जिसके कारण इनका एक साथ सेवन करना ठीक नहीं है। एक स्टडी के अनुसार खरबूजे को पचाने के लिए आवश्यक पेट के एसिड से दूध फट जाता है, जिससे गैस्ट्रिक संबंधी समस्याएं पैदा हो जाती हैं।
5. मूली: दूध का सेवन एक संपूर्ण भोजन है और इसे अन्य खाद्य पदार्थों के साथ नहीं मिलाया जाना चाहिए। इसे मूली के साथ खाने से आपकी अंदरूनी गर्मी बढ़ सकती है और पाचन की प्रक्रिया में देरी हो सकती है। साथ ही आपको ब्लोटिंग या गैस की समस्या भी हो सकती है।