हम में से कई लोगा ऐसे हैं जिन्हें चैन की नींद नहीं आती, और जब नींद आती है तो डरावने सपने आने लगते हैं, जिससे घबराहट के साथ उनकी नींद खुल जाती है। कई बार इसके पीछे कोई विशेष कारण जिम्मेदार होता है, लेकिन कभी बिना कारण के भी आपकी नींद इस तरह से हराम हो जाती है।
क्या आप जानते हैं कि इस तरह के सपने क्यों आते हैं? कहीं इसका कारण आपका तनाव या डिप्रेशन तो नहीं?
जी हां, एक अध्ययन के मुताबिक इस तरह के सपने आने का मतलब है कि डिप्रेशन आप पर हावी हो रहा है और आप अच्छी तरह से सो नहीं पा रहे हैं।
फिनलैंड विश्वविद्यालय और फिनिश नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड वेलफेयर के शोधकर्ताओं ने एक साथ मिलकर 2007 और 2012 में किए गए दो क्रॉस सेक्शनल सर्वे को विश्लेषित किया और उसके आधार पर यह परिणाम निकाले। इस सर्वे में भाग लेने वाले व्यक्तियों की उम्र 25 साल से लेकर 74 साल की थी।
शोधकर्ताओं ने पाया कि 3.9 प्रतिशत लोगों को पिछले 30 दिनों में लगभग हर दिन बुरे सपने दिखाई दिए हैं। इनमें 4.8 प्रतिशत महिलाएं व 2.9 प्रतिशत पुरुष शामिल थे। इसमें पाया गया कि 28.1 प्रतिशत लोगों को अवसाद (डिप्रेशन) व 17.1 के प्रतिशत लोगों को कम सोने की वजह से ये सपने आते हैं।
शोधकर्ताओं ने पाया कि इस प्रकार के सपने अनिद्रा, थकान, डिप्रेशन के लक्षण और स्वयं के प्रति नकारात्मक रवैया रखने के कारण आते हैं। अगर आप इस तरह के सपनों से बचना चाहते हैं और चैन की नींद सोना चाहते हैं, तो आपको तनाव और डिप्रेशन से बाहन निकलने की जरुरत है।