How to check fake paneer : बॉलीवुड के किंग शाहरुख खान की पत्नी गौरी खान एक फेमस इंटीरियर डिजाइनर है। वह मुंबई में एक आलीशान रेस्टोरेंट Torii की भी मालकिन हैं। गौरी खान का रेस्टोरेंट अपने शानदार इंटीरियर और सेलेब्रिटीज के आने के लिए जाना जाता है। लेकिन हाल ही में यह रेस्टोरेंट निगेटिव वजह से तब सुर्खियों में आ गया जब एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ने दावा किया कि गौरी के रेस्टोरेंट Torri में नकली पनीर परोसा जा रहा है। हालांकि रेस्टोरेंट प्रबंधन ने इस दावे को खारिज किया है।
पनीर, भारतीय व्यंजनों का एक अभिन्न हिस्सा है। यह स्वादिष्ट होने के साथ-साथ प्रोटीन और कैल्शियम का भी अच्छा स्रोत है। दुर्भाग्य से, बढ़ती मांग और मुनाफे के लालच के कारण, बाजार में मिलावटी या नकली पनीर की समस्या तेजी से बढ़ रही है। यह न केवल उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य के लिए खतरा है, बल्कि डेयरी उद्योग की प्रतिष्ठा को भी नुकसान पहुंचाता है। आइये जानते हैं मिलावटी पनीर क्या होता है? इससे सेहत को क्या नुकसान होते हैं और घर पर नकली पनीर की कैसे पहचान करें?
कैसे बनता है मिलावटी पनीर?
असली पनीर दूध से बनता है, जिसे फाड़कर और दबाकर ठोस रूप दिया जाता है। हालांकि, मिलावटी पनीर बनाने के लिए कई तरह के सस्ते और हानिकारक पदार्थों का इस्तेमाल किया जाता है। कुछ सामान्य तरीके इस प्रकार हैं:
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स्टार्च का उपयोग: पनीर को भारी और अधिक मात्रा में दिखाने के लिए आलू या मक्के के स्टार्च को मिलाया जाता है। यह पनीर की प्राकृतिक बनावट और स्वाद को बदल देता है।
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वनस्पति तेल और वसा: दूध की वसा की जगह सस्ते वनस्पति तेल या अन्य अस्वास्थ्यकर वसा का उपयोग किया जाता है। इससे पनीर चिकना और कम पौष्टिक हो जाता है।
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यूरिया और डिटर्जेंट: कुछ मामलों में, पनीर को जल्दी से जमाने और सख्त बनाने के लिए यूरिया और डिटर्जेंट जैसे खतरनाक रसायनों का इस्तेमाल किया जाता है। ये पदार्थ मानव स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक हैं।
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सिंथेटिक दूध: नकली दूध बनाने के लिए पानी, यूरिया, डिटर्जेंट, वनस्पति तेल और कुछ अन्य रसायनों को मिलाकर पनीर बनाया जाता है। यह पनीर बिल्कुल भी पौष्टिक नहीं होता और स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक हो सकता है।
मिलावटी या नकली पनीर का सेवन करने से स्वास्थ्य पर गंभीर दुष्प्रभाव पड़ सकते हैं। कुछ सामान्य नुकसान इस प्रकार हैं:
• पेट संबंधी समस्याएं: मिलावटी पनीर खाने से पेट दर्द, उल्टी, दस्त और कब्ज जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
• लीवर और किडनी पर बुरा प्रभाव: यूरिया और डिटर्जेंट जैसे हानिकारक रसायन लीवर और किडनी को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
• हृदय संबंधी समस्याएं: अस्वास्थ्यकर वसा और तेल के उपयोग से कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है, जिससे हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है।
• एलर्जी और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं: मिलावटी पदार्थों के कारण एलर्जी की प्रतिक्रिया और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
• पोषक तत्वों की कमी: नकली पनीर में दूध के प्राकृतिक पोषक तत्व मौजूद नहीं होते हैं, जिससे शरीर को आवश्यक पोषण नहीं मिल पाता है।
FSSAI ने बताया पनीर में स्टार्च की जांच का तरीका
भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) उपभोक्ताओं को मिलावटी पनीर से बचाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। FSSAI ने घर पर ही पनीर में स्टार्च की जांच करने का एक सरल तरीका बताया है:
1. थोड़ा सा पनीर लें।
2. उसमें कुछ बूंदें आयोडीन टिंचर (Iodine tincture) डालें। यह आसानी से किसी भी मेडिकल स्टोर पर मिल जाएगा।
3. यदि पनीर का रंग तुरंत नीला या काला हो जाता है, तो इसका मतलब है कि उसमें स्टार्च मिला हुआ है।
4. यदि रंग में कोई बदलाव नहीं होता है, तो पनीर में स्टार्च मौजूद नहीं है।
यह सरल परीक्षण आपको यह जानने में मदद कर सकता है कि आपका पनीर शुद्ध है या मिलावटी।
मिलावटी पनीर एक गंभीर समस्या है जिससे हर उपभोक्ता को सावधान रहने की आवश्यकता है। हमेशा विश्वसनीय स्रोतों से ही पनीर खरीदें और FSSAI द्वारा बताए गए तरीके से घर पर ही इसकी जांच करें। अपने स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए मिलावटी खाद्य पदार्थों से बचें और जागरूक उपभोक्ता बनें।
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