Festival Posters

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

बारिश के मौसम में बैंगन खाने से क्या होता है?

Advertiesment
हमें फॉलो करें side effect of eggplant

WD Feature Desk

, शनिवार, 12 जुलाई 2025 (16:28 IST)
baigan khane ke nuksan in hindi: बारिश का मौसम आते ही हमारे खानपान की आदतें भी बदल जाती हैं। जहां कुछ चीजें इस मौसम में खाने से फायदेमंद मानी जाती हैं, वहीं कुछ खाद्य पदार्थों से परहेज करने की सलाह दी जाती है। ऐसे में एक आम सवाल जो अक्सर लोगों के मन में आता है, क्या बारिश के मौसम में बैंगन खाना सही है? बैंगन (Brinjal), जिसे हिंदी में ‘वांगी’ या ‘भंटा’ भी कहा जाता है, एक लोकप्रिय सब्ज़ी है, लेकिन इसके सेवन को लेकर मानसून में कई तरह की मान्यताएं और वैज्ञानिक तर्क दोनों मौजूद हैं। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं कि बरसात में बैंगन खाना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है या नुकसानदेह-
 
मानसून में कैसा रहता है आपका डाइजेशन?
बारिश के मौसम में वातावरण में नमी अधिक होती है, जिससे शरीर की पाचन शक्ति सामान्य से कमजोर हो जाती है। ऐसे समय में शरीर को हल्के और जल्दी पचने वाले आहार की जरूरत होती है। आयुर्वेद के अनुसार, इस ऋतु में वात और पित्त दोष बढ़ जाते हैं, जिससे अपच, गैस, और स्किन एलर्जी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। इसी वजह से कुछ सब्ज़ियों को इस मौसम में सीमित मात्रा में या पूरी तरह से अवॉइड करने की सलाह दी जाती है, बैंगन उनमें से एक है।
 
बैंगन की तासीर गर्म मानी जाती है। यह शरीर में ऊष्मा उत्पन्न करता है, जो मानसून जैसे नमी भरे मौसम में त्वचा से संबंधित समस्याएं, एलर्जी और दाने जैसी प्रतिक्रियाएं उत्पन्न कर सकता है। साथ ही, यह सब्ज़ी कई लोगों में गैस, एसिडिटी या अपच की भी वजह बन सकती है, खासकर उन लोगों में जिनका पाचन तंत्र कमजोर हो।
 
बैंगन नाइटशेड फैमिली की सब्जी है, जिसमें सोलानिन नामक यौगिक पाया जाता है। सोलानिन कुछ लोगों में सूजन या एलर्जिक रिएक्शन को ट्रिगर कर सकता है, जो बरसात के मौसम में अधिक प्रभावी होता है क्योंकि इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है।
 
किन लोगों को बारिश में बैंगन से परहेज करना चाहिए?
एलर्जी वाले लोग: जिन लोगों को स्किन एलर्जी, एक्जिमा या रैशेज़ की समस्या होती है, उन्हें मानसून में बैंगन खाने से बचना चाहिए क्योंकि यह त्वचा पर रिएक्शन पैदा कर सकता है।
 
गर्भवती महिलाएं: आयुर्वेद में गर्भवती महिलाओं को बैंगन से परहेज की सलाह दी जाती है, खासकर मानसून के मौसम में, क्योंकि यह गर्भाशय को उत्तेजित कर सकता है।
 
गठिया रोगी: जिन लोगों को गठिया या जोड़ों के दर्द की समस्या होती है, उन्हें भी बारिश के मौसम में बैंगन नहीं खाना चाहिए क्योंकि यह समस्या को बढ़ा सकता है।
 
अगर खाना हो बैंगन, तो अपनाएं ये सावधानियां
अगर आपको बैंगन पसंद है और आप बारिश में इसे खाना ही चाहते हैं, तो कुछ खास बातों का ध्यान रखें:
ठीक से पकाएं: कच्चा या अधपका बैंगन न खाएं। पूरी तरह से पकाकर ही सेवन करें।
मसालों के साथ संतुलन बनाएं: हल्दी, जीरा, और अजवाइन जैसे मसालों के साथ बैंगन पकाने से यह थोड़ी हद तक सुपाच्य बन सकता है।
अत्यधिक न खाएं: बारिश में बैंगन का सेवन सीमित मात्रा में ही करें, सप्ताह में एक बार से ज़्यादा नहीं।
 

अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

सावन में भोलेनाथ के इन 10 गुणों को अपनाकर आप भी पा सकते हैं स्ट्रेस और टेंशन से मुक्ति