Raksha Bandhan essay in Hindi: प्रस्तावना: भारत त्योहारों का देश है और हर त्योहार किसी न किसी रिश्ते की खूबसूरती को दर्शाता है। इन्हीं में से एक है भाई-बहन के अटूट प्रेम और विश्वास का प्रतीक, रक्षाबंधन। यह पर्व सिर्फ एक धागे का बंधन नहीं, बल्कि भाई की सुरक्षा का संकल्प और बहन के निस्वार्थ स्नेह का उत्सव है। यह पर्व हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है, और यह त्योहार सिर्फ एक रस्म नहीं, बल्कि बचपन की खट्टी-मीठी यादों और भविष्य के साथ का वादा है।
ALSO READ: रक्षाबंधन पर राखी दिन में बांधना चाहिए या कि रात में, जानिए शुभ मुहूर्त का समय
पौराणिक और ऐतिहासिक महत्व: रक्षाबंधन का इतिहास बहुत गहरा और समृद्ध है। इसकी जड़ें पौराणिक कथाओं और ऐतिहासिक घटनाओं से जुड़ी हैं:
• कृष्ण-द्रौपदी की कथा: महाभारत में जब भगवान कृष्ण की उंगली में चोट लगी थी, तब द्रौपदी ने अपनी साड़ी का एक टुकड़ा फाड़कर उनकी उंगली पर बांध दिया था। बदले में, कृष्ण ने द्रौपदी की रक्षा का वचन दिया, जिसे उन्होंने चीरहरण के समय निभाया। यह कथा रक्षाबंधन के महत्व का सबसे बड़ा उदाहरण है।
• रानी कर्णावती और हुमायूं: मध्यकाल में, चित्तौड़ की रानी कर्णावती ने गुजरात के शासक से अपने राज्य की रक्षा के लिए मुगल बादशाह हुमायूं को राखी भेजी थी। हुमायूं ने इस राखी का मान रखते हुए अपनी बहन के राज्य की रक्षा की, जो यह दर्शाता है कि यह रिश्ता धर्म और सीमाओं से परे है।
• बहन अपने भाई के माथे पर तिलक लगाती है, मिठाई खिलाती है और आरती उतारकर उसकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती है।
• भाई बदले में बहन को उपहार देता है और उसकी हर परिस्थिति में रक्षा करने का वचन देता है।
• यह धागा बहन की दुआओं और भाई के वचन का प्रतीक है। यह भाई को उसकी जिम्मेदारी और बहन को उसके भाई के अटूट विश्वास का एहसास कराता है।
आधुनिकता का रंग: आज के समय में रक्षाबंधन का स्वरूप और भी व्यापक हो गया है। यह सिर्फ सगे भाई-बहनों तक ही सीमित नहीं रहा। अब बहनें अपनी सुरक्षा और सम्मान का वादा करने वाले किसी भी व्यक्ति को राखी बांधती हैं। चाहे वे दोस्त हों, रिश्तेदार हों या कोई और। यह पर्व दूर रहने वाले भाई-बहनों के लिए भी बहुत खास है, जहां वीडियो कॉल और ऑनलाइन गिफ्टिंग के माध्यम से भी यह रिश्ता जिंदा रहता है।
उपसंहार: रक्षाबंधन एक ऐसा त्योहार है जो हमें बचपन की मासूमियत, परिवार के प्यार और रिश्तों की अहमियत की याद दिलाता है। यह सिर्फ एक दिन का जश्न नहीं, बल्कि जीवन भर के लिए स्नेह, सम्मान और विश्वास का प्रतीक है। जब तक यह पवित्र रिश्ता कायम है, तब तक रक्षाबंधन का महत्व और इसका आकर्षण भी हमेशा बना रहेगा।
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
ALSO READ: रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं: अपने प्रिय भाई या बहन को भेजें दिल को छू लेने वाले ये 10 यूनिसेक्स मैसेज