गीतकार, स्क्रिप्ट राइटर, शायरी और कविताएं। अगर इन सब की बात करें तो जेहन में जावेद अख्तर का नाम आता है। हिंदी सिनेमा में उनका अमूल्य योगदान है, लेकिन पिछले कुछ समय से वे विवादों में भी रहे हैं। हालांकि उन्हें अपने गीतों के जरिए याद रखा जाना चाहिए।
जावेद अख्तर का आज 76वां जन्मदिन है। अपने 5 दशक के फिल्मी करियर में उन्होंने कई फिल्मों के लिए बेहतरीन गाने और कविताएं लिखी। उन्हें कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय अवार्ड्स से सम्मानित किया गया।
उनका जन्म 17 जनवर की 1945 को हुआ था। फिल्मों में गीत लिखने और कविताओं के लिए उन्हें पद्मश्री, पद्म भूषण, साहित्य अकादमी अवार्ड और पांच राष्ट्रीय फिल्म अवार्ड से नवाजा जा चुका है। वह अब भी काफी एक्टिव हैं और हर सामाजिक मुद्दों पर अपनी राय रखते हैं।
फिल्मों के लिए गीत और स्क्रिप्ट लिखने से पहले जावेद अख्तर क्लैपर बॉय का काम किया करते थे। गीत और कविताएं लिखने के अलावा जावेद अख्तर ने 'शोले', 'जंजीर' और 'दीवार' जैसी फिल्मों के लिए जावेद-सलीम के साथ स्क्रीनप्ले भी लिखा है। जावेद ने सबसे पहले 'अधिकार' और 'अंदाज' फिल्म के लिए स्क्रिप्ट लिखी। लेकिन साल 1982 के बाद दोनों ने काम करना बंद कर दिया। दोनों ने कुल 24 फिल्में साथ की। इसके बाद दोनों ने अलग-अलग काम किया।
जावेद अख्तर ने रोमांटिक गानों से लेकर दर्द भरे और समााजिक मुद्दों पर गाने और कविताएं लिखी हैं। जावेद अख्तर फिल्म के डायलॉग राइटर थे। पहली बार उन्हें लिखने का ऑफर तब दिया था जब ऑरिजनल डायलॉग मौजूद नहीं थे। उन्हें सामाजिक और राजनीतिक एक्टिविस्ट और रिचर्ड डॉकिन्स अवार्ड भी मिल चुका है।