- विमलेश त्रिपाठी
मनीषा त्रिपाठी फाउंडेशन फिल्म तथा अनहद कोलकाता वेब पत्रिका की ओर से दिया जाने वाला चौथा मनीषा त्रिपाठी स्मृति अनहद कोलकाता सम्मान 2024 हिन्दी भाषा के महत्वपूर्ण कवि-गद्यकार एवं विज्ञान लेखक डॉ. सुनील कुमार शर्मा को प्रदान किया जाएगा। अनहद कोलकाता के प्रबंध निदेशक उमेश त्रिपाठी ने बताया कि यह सम्मान हर वर्ष कला के किसी भी विधा में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले एक कला साधक को दिया जाता है।
इसके पूर्व यह सम्मान हिन्दी के महत्त कवि एवं एक्टिविस्ट केशव तिवारी और महिलाओं के सवालों को अपनी कविता में पूरजोर तरीके से उठाने वाली हिन्दी की ही कवि रूपम मिश्र तथा महत्त कवि कथाकार, पत्रकार, फिल्मकार एवं चित्रकार डॉ. अभिज्ञात को दिया जा चुका है। सम्मान स्वरूप सम्मानित कलाकार को ग्यारह हजार रुपए की मानदेय राशि सहित प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है।
डॉ. सुनील कुमार शर्मा हिन्दी में उस परंपरा के लेखक हैं जिनकी जड़ें विज्ञान और भारतीय परंपरा में धंसी हुई हैं। उन्होंने हिन्दी कविता को न केवल नए शब्द दिए हैं वरन् चैट जीपीटी एवं कृत्रिम मेधा पर भी हिन्दी भाषा में महत्वपूर्ण पुस्तकें लिखी हैं। विज्ञान एवं तकनीक से संबंधित उनके अनेक शोध आलेख राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में छप चुके हैं, जो उनकी शोध क्षमता एवं मेधा को सिद्ध करते हैं।
इस बार अनहद कोलकाता के निर्णायक मंडल के सदस्य वरिष्ठ कवि केशव तिवारी ने अनहद कोलकाता द्वारा आयोजित कविताई की एक शाम कार्यक्रम में चौथा मनीषा त्रिपाठी अनहद कोलकाता पुरस्कार देने की घोषणा करते हुए बताया कि यह सम्मान अनहद कोलकाता की तरफ से एक ऐसे साहित्यकार को दिया जा रहा है जो हिन्दी कविता और गद्य को न केवल अपनी नई भाषा और विषयों से समृद्ध कर रहे हैं वरन अपने कवित्व से सराहे भी जा रहे हैं।
साथ ही अपने वैज्ञानिक लेखन से हिन्दी भाषा को समृद्ध करते हुए ऐसे ही गंभीर लेखन को प्रोत्साहित भी कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि डॉ. सुनील कुमार शर्मा की रचनाओं में समय की गूंज है।
संस्थान के संस्थापक डॉ. विमलेश त्रिपाठी ने बताया कि 'यह सम्मान डॉ. सुनील कुमार शर्मा को धनबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रदान किया जाएगा, जिसमें कोलकाता एवं भारत के अन्य हिस्से से आए वरिष्ठ एवं युवा साहित्यकार शामिल होंगे।'