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उसने अपने दिमाग में सबसे स्वस्थ, सुखी और सशक्त विचार भर लिए

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हम अपने सारे दिन में सबसे अधिक किस बारे में सोचते है, एक बड़ा मजेदार प्रश्न है। आप हैरान होंगे यदि हम उन सब लोगों, विषयों या विचारों कि एक लिस्ट बनाएं जो सारा दिन हमारे दिलों दिमाग पर हावी रहते हैं। आप देख सकेंगें कि आपकी बनाई लिस्ट में आए विषय और विचार आपकी जिंदगी की गति, लक्ष्य और सपनों को तो प्रभावित कर ही रहे हैं, बल्कि आपकी मानसिक और शारीरिक स्थिति को भी प्रभावित कर रहे हैं।

क्या आप असुरक्षित महसूस कर रहे हैं? क्या आप हीन भावना से ग्रस्त हैं? क्या आप दूसरों की तुलना में स्वयं को कम आंक रहे हैं? आपके विचार में सामाजिक प्रतिष्ठा के लिए अभी आपको बहुत कुछ करना है? क्या आप सारे दिन में लोगों के प्रति ईर्ष्या से भरे रहते हैं? क्या आपके मित्र आपको नकारात्मकता से भरे दि‍खते हैं?
 
उपरोक्त सभी सवाल आपके और मेरे समाज में बहुत महत्वपूर्ण सवाल हैं। क्या हमें ऐसी बातों के सूची बनाने की जरूरत है जो हमारे खिलाफ है, क्यों न हम उन बातों की सूची बनाएं जो हमारे पक्ष में है। यह ज्यादा महत्वपूर्ण है कि हम अपने व्यक्तित्व के साकारात्मक गुणों का विश्लेषण करें।
 
हमारा आत्मविश्वास, हमारी विश्वसनीयता और हमारी प्रतिबद्धिता इन सवालों के बीच लगातार जूझती रहती है। और इन सबकी जड़ में एक ही बात सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है, और वह ये कि हम जिस वातावरण में पले-बढ़े हैं, जिसमें हमारे व्यक्तित्व का विकास हुआ है या हो रहा है, उसे हम कितनी सजगता से बदलने कि ओर अग्रसर हैं।
 
क्या हमारे उदेश्य स्पष्ट हैं? क्या हम उन्हें पूरा करने के लिए जो रास्ते अपना रहे हैं वे सही है? या क्या हम अपने चुने हुए रास्तों को बदलने के लिए तैयार होते है ? हमें यह सब सवाल अपने आप से बार-बार करने कि जरूरत है। जो लोग आपके सामने आपके साथ रहते हुए आप जैसे हालातों में सफल हुए या तरक्की कि कुलांचे भर रहे हैं, उनमें ऐसा क्या है जिन्हें आप पूरी साकारात्मकता के साथ अपनाने की कोशिश करते हैं या फिर केवल उनकी आलोचना करके या उनमें नुक्स ढूंढ कर अपने अहम को या अपनी असफलता को छुपाने की कोशिश में अपना आत्मविश्वास और आत्मसम्मान खो देते हैं।
 
हमें इन सभी सवालों के जवाब उन विचारों से ही मिल सकते हैं, जिनका चुनाव हम खुद करते हैं और अपने जीवन को सुख या दुःख से भर लेते हैं। एक बात पूरी तरह विश्वसनीय और प्रैक्टिकल है कि आपकी संगती, आपके विचार आपको चुनाव कि ओर प्रोत्साहित करते हैं। हम उस चुनाव के आधार पर ही अपने जीवन के नतीजे पाते हैं। अच्छे नतीजे जहां आपको प्रोत्साहित करते हैं, वहीं बुरे नतीजे आप को सुधरने के लिए प्रेरित करते हैं या आपकी प्रतिबद्धिता को प्रभावित करते हैं। 
 
सुधरने की भावना एक बहुत ही सकारात्मक विचार है, जिसके लिए जरूरी है कि हम उन सभी नकारात्मक तत्वों को अपने जीवन से निकाल दें जिन्होंने हमारे जीवन को असफलताओं से भर दिया है। इसके लिए जरूरी है अच्छे विचारों के प्रति आस्था और विश्वास। आस्था एक ऐसी तकनीक है जो आपको आत्मविश्वास से लबरेज कर देती है। इसके लिए आपको बार-बार एक बात को दोहराना है -  “ ईश्वर सदा मेरे साथ है और उसकी सहायता से मै अपने हर काम को सफलता से कर सकता हूं।” 
 
सुबह से लेकर शाम तक आप जितने विशवास से इस बात को दुहराएंगें, उतने ही आत्मविश्वास और सफलता से आप अपने काम को पूरा कर सकेगें। आपके मित्र या आपका वातावरण, जो आप पर नाकारात्मक प्रभाव डाल रहे हैं, उन्हें अपने पर हावी न होने दें। उनकी कही बातों पर विचार करने या सोचने से ज्यादा सकारात्मक विचारों के बारे में सोचें। अपनी अच्छाइयों को याद करें, अपने लक्ष्य को याद करें और यह सोचें कि आपको लोगों का दिल जीतना है, उन्हें प्रसन्न करना है और हमेशा उत्साहित दिखना है। अपने उस वातावरण से बाहर आना सीखिए जिसमें फैली असुरक्षितता आपको एक झूठी सुरक्षितता का आभास दे रही थी। 
 
हमेशा सफल और ऊंचे चरित्र वाले लोगों का अनुसरण करें। सफल लोगों में एक प्रकार का अनुशासन होता है उसे सीखने का प्रयास करें। अपने कार्य को लेकर एक संकल्प बनाएं। पूरे विश्वास के साथ हमेशा कोशिश करते रहें। विश्वास की घटनाएं वास्तव में बढ़ी हुई शक्ति को प्रेरित करती है। कभी घबराएं नहीं, अपने डर को कभी अपना सलाहकार न बनने दें। 
 
अनुशासनहीन लोग हर काम करने की कोशिश करते हैं, लेकिन उनमें किसी भी काम को करने का संकल्प नहीं होता। लगातार कोशिश न करना भी अनुशासनहीनता पैदा करता है। प्रथमिकताएं तय करने के लिए खुद को अनुशासित करना पड़ता है।
 
“आपको जिंदगी में यह फैसला करना है कि आप अनुशासन की कीमत चुकाएंगें या अफ़सोस की”। -टीम कोनोर 
 
जिस तरह की छवि को आप अपनी कल्पनाओं में सजाते हैं, वे आपके कार्य पर प्रभाव डालती हैं। इसलिए हमेशा एक हंसते, मुस्कराते और उत्साहित व्यक्तित्व की छवि में अपने आपको देखें। अपने आप को जीतते हुए देखें, मुस्कुराते हुए देखें और अपने बॉस से सम्मानित होते हुए देखें। आपके दिमाग में जितनी सुरक्षा ,विश्वास और आस्था की छवि बनेगी आप उतना ही शारीरिक और मानसिक तौर पर संतुष्ट एवं सफल बनेंगे। इस पर लगातार काम करें, जुटे रहें और इस बात का विश्वास रखें कि सफलता आपसे कभी दूर नहीं रही, आपके अधिकारी आप पर भरोसा रखते हैं और आप लोगों की आलोचना करने के बजाए केवल उनकी अच्छाइयों और सद्गुणों की प्रशंसा कर के उनके चेहरे पर मुस्कान लाएंगें।
 
प्रतिक्रिया बहुत अच्छी होगी। आप यकीन मानिए, हम अपने इर्द गिर्द एक ऐसा साकारात्मक वातावरण बना पाएंगे जिसमें आप तो बदलेंगे ही, बल्कि लोग भी आशावादी और उत्साहित रूप से बदलने के लिए बाध्य हो जाएंगें। आपका उत्साह और आपके साकारात्मक विचारों पर आपका विशवास आपको शिखर पर ले जाएगा। आपके घर, कार्यक्षेत्र और समाज के बीच आप अपने आपको स्फूर्ति और समृद्धि से भरपूर महसूस करेंगे।
 
सप्रेम 
आपका हरीश 

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