इंदौर। शहर की प्रतिष्ठित संस्था 'आपले वाचनालय' के संस्थापक वसंत राशिनकर की स्मृति में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले अभा सम्मान समारोह का गरिमापूर्ण आयोजन मंगलवार को 'आपले वाचनालय' सभागृह में किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ साहित्यकार चन्द्रसेन विराट एवं मुख्य अतिथि मराठी साहित्य अकादमी के निदेशक अश्विन खरे ने कहा कि कवि, मूर्तिकार व समाजसेवी वसंत राशिनकर द्वारा समाज में रचनात्मकता के अभ्युदय के लिए स्थापित 'आपले वाचनालय' वह संस्था है जिसने सांस्कृतिक क्षेत्र में जो योगदान दिया है, वह अतुलनीय एवं शब्दातीत है।
सम्मान समारोह में महाराष्ट्र के चर्चित कवि दासू वैद्य को कविवर्य वसंत राशिनकर स्मृति अभा सम्मान से सम्मानित किया गया। 'आपले वाचनालय' और 'श्री सर्वोत्तम' के संयुक्त तत्वावधान में दिया जाने वाला वसंत काव्य साधना अभा सम्मान जालना की रेखा बैजल, गोआ की सुनेत्रा कलंगुटकर, नांदेड़ की वसुंधरा सूत्रावे, भोपाल की अलका रिसबुड और इंदौर की जयश्री करजगी को दिया गया। तबला वादन व कविता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए मनीष खरगोणकर को अच्युत पोतदार प्रदत्त रामू भैया दाते स्मृति सम्मान से सम्मानित किया गया।
उत्तरार्ध में दासू वैद्य की अध्यक्षता में प्रभावी मराठी कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस काव्य यात्रा में अरुणा खरगोनकर, अर्चना शेवड़े, मनीष खरगोनकर, सुषमा अवधूत, वैशाली पिंगले, वसुधा गाडगिळ, मेधा खीरे, चेतन फड़नीस एवं राधिका इंगले ने अपनी कविताओं से श्रोताओं को अभिभूत किया। दासू वैद्य और चन्द्रसेन विराट ने अपनी रचनाओं से समां बांध दिया। कवि सम्मेलन का सुचारु संचालन आभा निवसरकर ने किया।
अतिथियों का स्वागत अरविन्द डिके, किशोर पाटिल, प्रदीप मिश्र, शशिकांत ताम्बे एवं संदीप राशिनकर ने किया। कार्यक्रम का सुचारु संचालन श्रीति राशिनकर ने किया एवं आभार माना विश्वनाथ शिरढोणकर ने। कार्यक्रम में मराठी-हिन्दी श्रोताओं की बड़ी उपस्थिति में सदाशिव 'कौतुक', राज केसरवानी, प्रभु त्रिवेदी, राजनिरमन शर्मा, देवेन्द्र रिणवा सहित अनेक साहित्यप्रेमी उपस्थित थे।