Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

कविता : एक प्यारा सा बादल

हमें फॉलो करें कविता : एक प्यारा सा बादल
webdunia

श्रीमती गिरिजा अरोड़ा

अक्सर आँखों में आकर
कर जाता गीला काजल
एक प्यारा सा बादल

मैं छुईमुई सी घबराती
गरजन सी बातें करता
मुझसे आकर पागल
एक प्यारा सा बादल

मैं फुदकन सी गोरैया
नभ ऊँचा मुझे दिखाता
बिजली सी चमकाकर
एक प्यारा सा बादल

मैं आंगन की चंपा, चमेली
मेरी खिलती रंगत को
लेकर आता सावन
एक प्यारा सा बादल

जग का ताप झुलसा न दे
मेरी काया कोमल
छाया देता साथ में चलता
बनकर मेरी चादर
एक प्यारा सा बादल

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

चेतावनी : अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो यह 3 दवाई भूलकर भी न लें...