फाल्गुन मास का महत्व-Phalgun Month Importance
धार्मिक शास्त्रों में फाल्गुन मास (Phalgun Month 2022) का बहुत महत्व माना गया है। इस बार फाल्गुन महीने का शुभारंभ 17 फरवरी 2022 से हो रहा है। यह माह कई धार्मिक व्रत त्योहार लेकर आ रहा है। चंद्र देव की आराधना के लिए फाल्गुन मास सबसे उपयुक्त समय होता है, क्योंकि यह चंद्रमा का जन्म माह माना जाता है। फाल्गुन मास हिन्दू पंचांग (Panchang) का अंतिम महीना है। इस माह से धीरे-धीरे गर्मी के दिन शुरू होने लगते हैं तथा ठंड कम होने लगती है। फाल्गुन मास में महाशिवरात्रि और होली ये 2 सबसे बड़े त्योहार धूमधाम से मनाए जाते हैं।
फाल्गुन माह में भगवान श्री कृष्ण की आराधना का भी विशेष महत्व है, इस माह में विशेषकर भगवान श्री कृष्ण के तीन स्वरूपों की पूजा करना बहुत ही लाभदायी माना जाता है। इसमें बाल कृष्ण के स्वरूप, युवारूप कृष्ण और गुरु कृष्ण की पूजा की जा सकती है। बाल कृष्ण को संतान पाने के लिए, युवा कृष्ण को दांपत्य जीवन मधुर बनाने के लिए और गुरु कृष्ण का पूजन मोक्ष और वैराग्य पाने के लिए कृष्ण जी का पूजन करनी चाहिए।
विशेषताएं-Phalgun Month Special
- हिन्दू धर्म के अनुसार अनेक देवताओं में से एक हैं चंद्र देवता। चंद्र के देवता भगवान शिव है और शिव जी ने चंद्रमा को अपने सिर पर धारण कर रखा है।
- चंद्रमा का जन्म फाल्गुन में मास में होने के कारण इस महीने चंद्रमा की उपासना करने का विशेष महत्व है।
- फाल्गुन में पूरे महीने भर में चंद्र देव, भगवान शिव और भगवान श्री कृष्ण की उपासना करना विशेष फलदायी मानी गई है।
- इस माह की पूर्णिमा को फाल्गुनी नक्षत्र में आने के कारण ही इस माह का नाम फाल्गुन पड़ा है।
- फाल्गुल मास शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को श्री गणेश मंदिर में जाकर श्री गणेश की मूर्ति का विधिवत पूजन कर तिल से बने पदार्थों को भोग लगाने की मान्यता है तथा तिल से हवन करने के बाद व्रत पारण का बहुत महत्व है।
- फाल्गुल महीने में अपने खान-पान और जीवनचर्या में बदलाव करना बहुत ही खास माना गया हैं, क्योंकि इस माह भोजन में अनाज का प्रयोग कम करके मौसमी फलों का सेवन अधिक करने की मान्यता है।
- फाल्गुन मास को आनंद और उल्लास का महीना भी कहा जाता है।
- इस माह में संतान पाने की चाह रखने वालों को बाल कृष्ण की पूजा करनी चाहिए।
फाल्गुन मास की शुभ तिथियां व्रत एवं त्योहार-Phalgun Month Festival 2022
19 फरवरी- गुरु गोलवलकर जयंती
20 फरवरी- गणेश संकष्टी चतुर्थी व्रत (चंद्रोद्रय रात 9.10)
23 फरवरी- संत गाडगे महाराज की जयंती
24 फरवरी- श्री जानकी प्रकटोत्सव, सीताष्टमी, शबरी जयंती
25 फरवरी- गुरु रामदास नवमी, अवतार मेहेर बाबा जन्मोत्सव
26 फरवरी- विजया एकादशी व्रत, दयानंद सरस्वती जयंती
28 फरवरी- सोम प्रदोष व्रत
1 मार्च- महाशिवरात्रि व्रत, बैद्यनाथ जयंती और पंचक शुरू
2 मार्च- स्नान दान श्राद्ध अमावस्या, विश्नोई मेला
4 मार्च- फुलोरिया दोज, रामकृष्ण परमहंस जयंती
5 मार्च- पं. लेखाराम जयंती, मुस्लिम मास सावान प्रारंभ
6 मार्च- विनायकी चतुर्थी व्रत
10 मार्च- होलाष्टक प्रारंभ, संत दादू दयाल जयंती, रोहिणी व्रत
13 मार्च- पुष्य नक्षत्र
14 मार्च- सूर्य मीन संक्रांति, रंगभरी ग्यारस, आमलकी एकादशी व्रत
15 मार्च- खाटूश्याम मेला, भौम प्रदोष व्रत, सौर चैत्र मास प्रा., खरमास प्रारंभ, गोविंद द्वादशी,
17 मार्च- व्रत पूर्णिमा, होलिका दहन पर्व
18 मार्च- स्ना.दा. पूर्णिमा, शब्बे रात, चैतन्य महाप्रभु जयंती, होलाष्टक समाप्त, रंगों का पर्व होली, धुलेंड़ी पर्व।
खास दिवस-Phalgun Month Day
19 फरवरी- शिवाजी ज. (नवीन मत से)
26 फरवरी- वीर सावरकर दिवस
27 फरवरी- आजाद शहीद दिवस
28 फरवरी- राष्ट्रीय विज्ञान दिवस
4 मार्च- राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस
8 मार्च- अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस
10 मार्च- सावित्रीबाई फुले पुण्यतिथि
15 मार्च- विश्व उपभोक्ता संरक्षण दिवस