पुराणों के अनुसार होली की कई कथाएं प्रचलित है। उनमें एक कथा है श्रीकृष्ण और राक्षसी पूतना की।
पौराणिक कथा के अनुसार कंस ने वासुदेव से राज्य छीन कर देवकी को भी कारावास में डाल दिया था।
तभी एक आकाशवाणी हुई, जिसमें कहा गया 'देवकी की आठवीं संतान के हाथों कंस का विनाश होगा।'
यह आकाशवाणी सुनकर कंस विचलित हो गया और उसने एक-एक करके देवकी की सातों संतानों को कारागार में ही मार डाला।
आठवां पुत्र श्रीकृष्ण हुआ। पर जब श्रीकृष्ण के गोकुल में होने का पता कंस को चला तो उसने पुतना नामक राक्षसी को कृष्ण को मारने के लिए भेज दिया। लेकिन कृष्ण ने पूतना का ही वध कर दिया। तभी से होली पर्व मनाने की मान्यता शुरू हुई।