how to remove Holi colour: होली या रंगपंचमी पर कई लोग पक्के रंग से होली खेलते हैं जोकि आसानी से एक बार में निकलता नहीं है। रंगों को जबरदस्ती नहीं निकालता चाहिए क्योंकि इससे त्वचा खराब हो सकती है। यदि प्राकृतिक रंग होगा तो जल्दी से निकल जाएगा लेकिन यदि केमिकल रंग होगा तो देर लगेगी। केमिकल रंगों को जबरन निकालने का प्रयास ना करें। वह वक्त के साथ खुद ब खुद ही निकल जाएंगे। जबरन निकालने में त्वचा को नुकसान पहुंचेगा।
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यदि होली खेलने से पहले अपने हाथ-पैर, चेहरे, बालों और शरीर पर अच्छे से नारियल या सरसों का तेल या लोशन लगाया होगा तो रंग आसानी से निकल जाएगा। रंगों को प्राकृतिक तरीके से छुड़ाने के आसान तरीके आजमाना चाहिए और फिर भी यदि उससे रंग नहीं निकले तो अगले दिन रंग निकालने का प्रयास करें।
1. पानी में बेकिंग सोडा मिलाकर इसका पतला घोल तैयार करें। उसके बाद उसे हलके से अपने शरीर पर लगा लें। 1 से 2 मिनट तक हल्के-हल्के स्पंज के बड़े-बड़े टुकड़ों से रगड़ लें और फिर स्नान कर लें। पूरा रंग एक ही दिन में निकालने का प्रयास न करें।
2. कुछ लोग नहाते समय डिटर्जेंट पाउडर का उपयोग करते हैं जो कि गलत है। आप किसी अच्छे साबून का प्रयोग करें। पहले संपूर्ण शरीर पर अच्छे से साबून लगा लें फिर उसे हल्के-हल्के स्पंज के बड़े-बड़े टुकड़ों से रगड़ लें।
3. मुलतानी मिट्टी, बेसन या आटे में नींबू का रस डालकर मिला लें और उसे संपूर्ण शरीर पर अच्छे से मल लें। सूखने के बाद उसे धीरे धीरे रगड़ कर निकालें। इससे अधिकतर रंग आसानी से निकल जाएगा।
4. मूली का रस निकालकर उसमें दूध व बेसन मिलाकर पेस्ट बनाएं और उसे संपूर्ण शरीर पर अच्छे से मल लें। सूखने के बाद उसे धीरे-धीरे रगड़ कर निकालें। इससे अधिकतर रंग आसानी से निकल जाएगा।
5. रंग छुड़ाने से पहले गीले शरीर को सूखने दें फिर सबसे पहले कपड़ों और सिर से जितना सूखा रंग झाड़ सकते हैं, निकाल दें। उसके बाद सूखे, मुलायम कपड़े से रंग साफ कर लें। इसके बाद ही नहाएं।