होली का त्योहार फाल्गुन मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। कई सिद्ध साधक इस दिन देवी-देवताओं को प्रसन्न करने के लिए प्राचीन प्रामाणिक विधि से पूजन पाठ करते हैं। इस दिन आसुरी शक्तियों का नाश हुआ था अतएव होली पर हनुमानजी को प्रसन्न करने वाले उपाय अवश्य काम करते हैं। होली की पूर्णिमा पर हनुमानजी को तांत्रिक विधि से चोला चढ़ाने से हर बिगड़ा काम बन जाता है और साधक पर हनुमानजी की विशेष कृपा होती है।
मान्यता है कि होली पर पवनपुत्र हनुमान विशेष वरदान की मुद्रा में होते हैं अत: उनके लिए किया गया हर छोटा उपाय सफल और कामना पूरी करने वाला होता है। आइए जानते हैं कि होली के दिन हनुमानजी को किस प्रकार चोला चढ़ाना चाहिए।
सच्चे मन से प्रभु श्रीराम का ध्यान कर मन-तन स्वच्छ कर शुद्ध हो जाएं और साफ वस्त्र धारण करें। यदि लाल रंग की धोती पहने तो और भी अच्छा रहेगा। ध्यान रहे कि हनुमानजी को चोला चढ़ाने के लिए चमेली के तेल का ही उपयोग करें। चोला चढ़ाते समय चमेली के तेल का एक दीपक हनुमानजी के सामने जला कर रख दें।
श्रद्धा अनुसार पूजन करें और चोला चढ़ाते समय प्रभु राम और श्री हनुमान का स्मरण और जप करें। चोला चढ़ाने के पश्चात हनुमानजी को गुलाब के फूल की माला पहनाएं और केवड़े का इत्र हनुमानजी की मूर्ति के दोनों कंधों पर थोड़ा-थोड़ा छिटक दें।
अब एक साबूत पान का पत्ता लें और इसके ऊपर थोड़ा गुड़ व चना रख कर हनुमानजी को भोग लगाएं। भोग लगाने के बाद उसी स्थान पर थोड़ी देर बैठकर तुलसी की माला से नीचे लिखे मंत्र का जप करें। कम से कम 5 माला जप अवश्य करें।
मंत्र
राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे।
सहस्त्र नाम तत्तुल्यं राम नामं वारानने।।