Holika Dahan Niyam Hindi Me: होलिका दहन का त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह त्योहार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस बार होलिका दहन 13 मार्च को लिया जाएगा। इस दिन होलिका दहन के साथ-साथ कुछ विशेष उपाय भी किए जाते हैं, जिनसे धन-धान्य और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। लेकिन इसी दिन कुछ काम काम वर्जित भी माने जाते हैं। आइये जानते हैं होलिका दहन वाले दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं।
होलिका दहन के दिन क्या करें?
शुभ मुहूर्त में पूजा: होलिका दहन के दिन सुबह के समय होलिका के पूजन का विधान है। यह पूजा हमेशा शुभ मुहूर्त में ही करें।
व्रत या उपवास: इस दिन व्रत या उपवास भी रखा जा सकता है।
दीपक जलाएं: इस दिन घर की उत्तर दिशा में घी का दीपक जलाएं। ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि और शांति आती है।
पूजा सामग्री: इस दिन सुबह होलिका की पूजा में सरसों, तिल, 11 गोबर के उपले, अक्षत, चीनी और गेहूं के दाने और गेहूं का उपयोग करें।
परिक्रमा: पूजा करने के बाद होलिका की 7 बार परिक्रमा करें। फिर होलिका को जलाएं।
दान करें: इस दिन दान करना शुभ माना जाता है।
होलिका दहन के दिन क्या न करें?
उधार न दें: होलिका दहन के दिन भूल से भी किसी को उधार नहीं दें। ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि जो भी इस दिन उधार देता है उसके घर में आने वाली बरकत रुक जाती है।
काले और सफेद रंग के वस्त्र न पहनें: होलिका दहन की पूजा करते समय काले और सफेद रंग के वस्त्र धारण न करें। पूजा के समय इन रंगों को पहनना अशुभ बताया गया है।
बाल न बांधें: होलिका दहन की पूजा में महिलाएं भूलकर भी बाल नहीं बांधें। खुले बालों से होलिका की पूजा करें।
सड़क पर पड़ी चीज को न छुएं: होलिका दहन की रात को सड़क पर पड़ी चीज को हाथ या पैर न लगाएं। इस दिन टोटके का खतरा ज्यादा होता है।
नवविवाहिता आग न देखे: नवविवाहिता ससुराल में पहली होली पर होलिका दहन की आग न देखे। ये अशुभ माना गया है।
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