चैत्र मास की कृष्ण पक्ष पंचमी तिथि को रंग पंचमी पर्व मनाया जाता है। यह होली का ही एक रूप है, जो देश के कई क्षेत्रों में बहुत ही उल्लास और आनंद के साथ मनाया जाता है।
इस पर्व का मजा आप दुगना कर सकते हैं, अगर आप अपनाएंगे ये 13 उपयोगी बातें...
* सूखे रंगों का अधिक प्रयोग करें।
* प्राकृतिक रंगों का उपयोग करें। वे आसानी से साफ हो जाते हैं।
* गुब्बारों में पानी भरकर न खेलें।
* जब होली खेलना पूरा हो जाए तभी नहाने जाएं। बार-बार नहाने से पानी बरबाद होता है।
* घर के बाहर होली खेलें। घर में होली खेलने से घर गन्दा होगा तथा उसे धोने में अतिरिक्त पानी खर्च होगा।
* पुराने व गहरे रंगों वाले कपड़े पहनें ताकि आसानी से धोया जा सके।
* खेलने से पहले अपने बालों में तेल लगा लें। इसकी वजह से चाहे जितना भी रंग बालों में लगा हो एक ही बार धोने पर निकल जाता है।
* अपनी त्वचा पर भी कोई क्रीम या लोशन लगाकर बाहर निकलें, इससे आपकी त्वचा रासायनिक रंगों के प्रभाव से खराब नहीं होगी।
* अपने नाखूनों पर भी नेलपॉलिश अवश्य कर लें ताकि रंगों और पानी से वे खराब होने से बचें।
* बालों में तेल और त्वचा पर क्रीम लगाना भूल भी गए हों तो होली खेलने के तुरन्त बाद रंग लगी त्वचा और बालों पर थोड़ा नारियल तेल हल्के मलें, रंग निकलना जाएगा।
कम पानी में घर की सफाई : * दो बाल्टी पानी लें, एक में डिटर्जेंट का पानी लें, दूसरी में सादा पानी लें। दो स्पंज के बड़े-बड़े टुकड़े लें। जिस हिस्से में रंग लगे हों वहां साबुन वाले स्पंज से धीरे-धीरे साफ करें।
* इसके बाद साफ पानी वाले स्पंज से उस जगह को साफ कर लें।
* अंत में साफ पानी से उस जगह को धोकर सूखे कपड़े अथवा वाइपर से जगह को सुखा लें।