हर कोई चाहता है कि उनका सपनों का आशियाना सुंदर दिखे। जो कोई आपके घर आए तो आपके घर की सजावट की तारीफ किए बिना न रह पाए और उन्हें आपके घर में एक सकारात्मकता का अनुभव हो। अपने घर को सजाना भी एक कला है, जो हर किसी के बस की बात नहीं है। कई बार लोग आस-पड़ोस की देखा-देखी कर अपने घर को भी उनके घर जैसा ही सजा देते हैं तथा वे ही सारा सामान अपने घर ले आते हैं, जो उनके पड़ोसी व रिश्तेदार के घर में है।
लेकिन आपको ये समझना चाहिए कि आपके और उनके घर की बनावट में काफी फर्क हो सकता है। आपके घर में दीवारों के रंग से लेकर कमरों के साइज तक सब कुछ अलग हो सकता है। आपको अपना आशियाना, अपने घर की हर बारीकी को ध्यान में रखते हुए ही उसे सजाना चाहिए व सामान खरीदना चाहिए। दूसरों की देखा-देखी न करें और कोई भी सामान अपने घर न ले आएं। आइए जानते हैं अपना आशियाना सजाते हुए आपको किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए...
1. आपके घर में दीवारों पर होने वाले रंगों के महत्व को कम न समझें। हर रंग कुछ कहता है व हर रंग की एक ऊर्जा होती है, जो आपके मन व मस्तिष्क पर असर डालती है।
2. जहां तक संभव हो, घर की सारी दीवारों को एक ही रंग में न रंगवाएं। लिविंग रूम, बेडरूम, किचन, डाइनिंग रूम, बच्चों का कमरा व बाथरूम हर कमरे में आपको क्या काम करना होता है, इसे ध्यान में रखते हुए ऐसा रंग चुनें, जो उस कमरे को सकारात्मक ऊर्जा देता हो जिससे कि उस कमरे में रहते हुए आपका काम करने में मन लगे व आपको हल्कापन महसूस हो।
3. जो भी सामान आप खरीदकर घर में लाते हैं, उसमें भी अपनी ऊर्जा होती है। सोच-समझकर ही चीजें खरीदें व उन्हें अपने घर का हिस्सा बनाएं।
4. यदि कोई सामान काफी पुराना हो गया हो व उसका कोई उपयोग नहीं हो रहा हो, तो ऐसा सामान घर में बिना वजह से संभालकर न रखें। फालतू व अनुपयोगी सामान घर में नकारात्मक ऊर्जा फेंकता है जिसका आपके मन पर प्रभाव पड़ता है व घर में भारीपन महसूस होता है।
5. जितने सामान की घर में जरूरत हो और जो नियमित उपयोग में आता हो, वही घर में होना चाहिए। घर में न तो जरूरत से ज्यादा सामान हो और न ही जरूरत से कम।
6. हर एक सामान की एक समाप्ति अवधि (एक्सपायरी) होती है जिसके बाद हमें उसे निकालकर घर में नया सामान ले आना चाहिए।