वास्तुशास्त्र के अनुसार डाइनिंग टेबल/भोजन की टेबल पर बैठने के बाद लड़ाई-झगड़ा, कटु वाक्य, गर्मागर्मी, मूड खराब करने वाली बातों से दूर रहना चाहिए। आपस की मधुर बातचीत, दिनचर्या, पारस्परिक प्रशंसा एवं खाना बनाने वाली गृहिणी के खाने की तारीफ की जाए तो यह स्थान और भी ऊर्जान्वित होता है। और आपको जीवन के सभी सुख पाने योग्य बनाता है। आइए जानें कैसे हो आपका डाइनिंग रूम...
* डाइनिंग टेबल के सामने पूर्व अथवा उत्तर दिशाओं में दर्पण लगाना भोजन की बरकत को बढ़ाता है।
* इस स्थान पर खाने के व्यंजन, फलों, सब्जियों, फूलों आदि के पोस्टर लगाए जा सकते हैं।
* डाइनिंग टेबल लकड़ी की ही बनी होनी चाहिए। यह रॉट आयरन की बनी न लें।
* डाइनिंग रूम में काला, स्लैटी, मटमैला या गहरा भूरा रंग नहीं करना चाहिए।
* भोजन के समय टीवी का प्रयोग न करें बल्कि अपनी पांचों इन्द्रियों की एकाग्रता भोजन एवं आसपास अन्य सदस्यों पर रहनी चाहिए।
* डाइनिंग टेबल पर तामसिक भोजन या शराब का प्रयोग न किया जाए तो ही उत्तम है।