INDvsAUS आस्ट्रेलिया ने पेचीदा पिच पर भारत को World Test Championship विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में जीत के लिये 444 रन का रिकॉर्ड लक्ष्य दिया जिसके जवाब में भारत ने चौथे दिन चाय तक दूसरी पारी में शुभमन गिल का विकेट गंवा दिया।आस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी आठ विकेट पर 270 रन के स्कोर पर घोषित की। एलेक्स कैरी ने 105 गेंद में 66 और मिचेल स्टार्क ने 47 गेंद में 51 रन बनाये । दोनों ने सातवें विकेट के लिये 120 गेंद में 93 रन की साझेदारी की।एलेक्स कैरी नाबाद पवैलियन लौटे और विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया की ओर से अर्धशतक बनाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए। इससे पहले पहली पारी में वह 48 रनों पर आउट हो गए थे।वहीं ट्रैविस हेड और स्वीट स्मिथ के अर्धशतक शतकों में तब्दील हो गए थे।
पैट कमिंस ने अपना विकेट गिरने के बाद पारी समाप्ति की घोषणा की लेकिन उससे पहले 87 गेंद में 69 रन जोड़े । टेस्ट क्रिकेट में चौथी पारी में सर्वोच्च लक्ष्य 418 रन का रहा है जो सफलतापूर्वक हासिल किया गया जबकि इस मैदान पर 263 रन का रिकॉर्ड है।भारतीय कप्तान रोहित शर्मा (नाबाद 22) और शुभमन गिल (18) ने कमिंस और स्कॉट बोलैंड का आत्मविश्वास से सामना किया। चाय से ठीक पहले हालांकि बोलैंड की उछालभरी गेंद पर गिल ने गली ने कैमरन ग्रीन को कैच थमा दिया। ग्रीन ने डाइव लगाकर कैच लपका हालांकि रिप्ले से जाहिर था कि यह काफी करीबी मामला था क्योंकि गेंद जमीन के काफी करीब थी।
रोहित ने स्टार्क की दूसरी गेंद पर फाइन लेग में छक्का लगाकर भारतीय दर्शकों में उत्साह का संचार किया।इससे पहले भारत ने शुरूआती सत्र में दो विकेट लिये लेकिन आस्ट्रेलिया ने लंच तक छह विकेट पर 201 रन बनाकर कुल 374 रन की बढत ले ली थी।आस्ट्रेलिया को सुबह के सत्र में 26 ओवर में 78 रन बनाने में काफी मेहनत करनी पड़ी। एलेक्स कारी ने 61 गेंद में 41 रन बनाये जबकि मिचेल स्टार्क 11 रन बनाकर खेल रहे हैं।
बेहद गर्मी के बीच पिच तेज गेंदबाजों और स्पिनरों दोनों की मदद कर रही है।
आस्ट्रेलिया ने चार विकेट पर 123 रन से आगे खेलना शुरू किया । मार्नस लाबुशेन तीसरे ओवर में विकेट गंवा बैठे जिन्होंने 126 गेंद में 41 रन बनाये । वह अपने कल के स्कोर पर ही उमेश यादव की आफ स्टम्प से बाहर जाती गेंद का शिकार हुए।गेंद 44 ओवर पुरानी हो चुकी है जिससे उमेश और मोहम्मद शमी ने रिवर्स स्विंग लेने की कोशिश की। रविंद्र जडेजा ने 18 ओवर में 45 रन देकर तीन विकेट लिये । उन्हें आठवें ओवर में गेंद सौंपी गई और यह रणनीति कारगर साबित हुई।उन्होंने कैमरन ग्रीन का विकेट चटकाया जो आगे बढकर रक्षात्मक स्ट्रोक खेलने के चक्कर में आउट हुए।बल्लेबाजी के दौरान ऊंगली की चोट का शिकार हुए अजिंक्य रहाणे एहतियात के तौर पर फील्डिंग के लिये नहीं उतरे ।