विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल WTC Final ऑस्ट्रेलिया Australia भारत India से 209 रनों से जीत गई है और भारतीय टीम की आलोचना लगातार हो रही है। दोनों ही टीमों के हर पहलू की आलोचना हो रही है। किसी विशेषज्ञ को लगता है कि प्लेइंग 11 बड़ा कारक रहा तो किसी को बल्लेबाजी तो किसी ने तेज गेंदबाजी के स्तर को सबसे बड़ा अंतर बताया।
वहीं कुछ फैंस का मानना है कि क्षेत्ररक्षण एक बड़ा अंतर रहा। हालांकि एक बड़े अंतर पर कई लोगों का ध्यान नहीं गया और वह था विकेटकीपर। जहां ऑस्ट्रेलिया के पास एलेक्स कैरी जैसा बाएं हाथ का विकेटकीपर बल्लेबाज मौजूद था वहीं भारत के पास युवा केएस भरत मौजूद था जो बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के 4 मैचों में 201 रन बना पाया था और उसका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 44 रन था।
एलेक्स कैरी ने दोनों बार ऑस्ट्रेलिया के लिए मुश्किल समय में बल्लेबाजी की और पहली पारी में पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ 48 रन बनाए। पहली पारी में वह अर्धशतक चूक गए लेकिन दूसरी पारी में उन्होंने ताबड़तोड़ 66 रन बना दिए। दोनों ही मौकों पर उनकी पारी से ऑस्ट्रेलिया को बड़ी बढ़त बनाने का मौका मिला।
वहीं केएस भरत की बात करें तो पहली पारी में वह सिर्फ 4 रन बनाकर बौलेंड की गेंद पर बोल्ड हो गए। दूसरी पारी में विराट कोहली के आउट होने के बाद क्रीज पर आए केएस भरत के पास कुछ अलग करने का मौका था लेकिन वह सिर्फ 24 रनों पर एक गैरजिम्मेदाराना शॉट खेल बैठे और नेथन लॉयन को कैच दे बैठे।
विकेटकीपिंग की बात करें तो दोनों की ही कीपिंग खासी अच्छी रही लेकिन इसमें भी एलेक्स कैरी 20 साबित हुए। उन्होंने उमेश यादव का एक उछलता हुआ कैच लिया जो बहुत शानदार था। कुल मिलाकर विकेटकीपर ने इस
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में खासा फर्क डाला।