Mount Abu : राजस्थान का हिल स्टेशन माउंट आबू अपनी खूबसूरत वादियों और ऐतिहासिक धरोहरों के लिए मशहूर है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता और ठंडी जलवायु पर्यटकों को खास अनुभव प्रदान करती है। माउंट आबू अरावली रेंज में एक लोकप्रिय हिल स्टेशन है। राजस्थान में स्थित माउंट आबू में कई ऐसे पर्यटन स्थल हैं जो पर्यटकों के बीच इसे चहीता बनाते हैं।
माउंट आबू को 'रेगिस्तान में नखलिस्तान' भी कहा जाता है। विशेष रूप से, हर साल तीन मिलियन से अधिक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक माउंट आबू की प्राकृतिक सुंदरता, समृद्ध वनस्पतियों और जीवों के साथ-साथ दिलवाड़ा जैन मंदिरों की संगमरमर की कला का आनंद लेने के लिए आते हैं। आइए जानें इस जादुई जगह के बारे में।
विदेशियों को भी आकर्षित करती है माउंट आबू की खूबसूरती
माउंट आबू केवल भारतीय ही नहीं, विदेशी पर्यटकों को भी आकर्षित करता है। हरे-भरे जंगल, रंग-बिरंगे फूलों की घाटियां, और ठंडी हवाएं इसे अनोखा बनाती हैं।
क्या है माउंट आबू में खास
दिलवाड़ा जैन मंदिर
राजस्थान में माउंट आबू की हरी-भरी अरावली पहाड़ियों के बीच स्थित दिलवाड़ा मंदिर जैन धर्म के अनुयाइयों के लिए प्रमुख तीर्थ स्थल है। 11 वीं और 13 वीं शताब्दी के बीच विमल शाह द्वारा निर्मित, यह मंदिर अपने संगमरमर और जटिल नक्काशी की वजह से प्रसिद्ध है। दिलवाड़ा मंदिर की भव्यता और यहां की छतों, दीवारों, मेहराबों और खंभों पर की गई नक्काशी इसे आकर्षक बनाती है।
ऐतिहासिक अचलगढ़ किला
अचलगढ़ किला माउंट आबू की ऐतिहासिक धरोहरों में से एक है। इस किले की स्थापत्य कला और यहां से दिखाई देने वाला प्राकृतिक नजारा हर पर्यटक को मोहित कर देता है।
प्रमुख आकर्षण स्थल
सनसेट पॉइंट और सनराइज पॉइंट
माउंट आबू का सनसेट और सनराइज पॉइंट रोमांटिक और सुकून भरे नजारों के लिए जाना जाता है। सूरज को उगते और डूबते देखना यहां का मुख्य आकर्षण है।
नक्की झील
नक्की झील माउंट आबू का दिल है। यह झील न केवल अपनी सुंदरता के लिए बल्कि यहां उपलब्ध बोटिंग के लिए भी जानी जाती है।
गोमुख मंदिर
गोमुख मंदिर धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व रखता है। पहाड़ी के किनारे स्थित यह मंदिर अपनी अद्भुत वास्तुकला और शांत माहौल के लिए प्रसिद्ध है।
माउंट आबू यात्रा का सबसे अच्छा समय
अक्टूबर से मार्च तक का समय माउंट आबू घूमने के लिए सबसे उपयुक्त है। इस दौरान यहां का मौसम ठंडा और सुखद होता है।