rashtriya paryatan divas 2024
HIGHLIGHTS
* पर्यटन हमें पुरातात्विक विरासत को जानने का मौका देता है।
* पर्यटन राजस्व प्राप्ति का स्रोत माना जाता है।
* राष्ट्रीय पर्यटन दिवस पर 2024 की थीम सतत यात्राएं, असामयिक यादें रखी गई है।
National Tourism Day 2024: हर साल 25 जनवरी को राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाया जाता है। यह दिन हमारे लिए बहुत जरूरी भी हो गया है, क्योंकि आजकल बदलते दौर में हर व्यक्ति किसी ना किसी परेशानी से घिरा हुआ है, ऊपर से लक्जरी लाइफस्टाइल और पैसे कमाने की धुन, बढ़ता काम का दबाव और बढ़ती महंगाई तथा जवाबदारियों ने जहां एक ओर आदमी की कमर तोड़ दी है, वहीं अच्छे दिखने की चकाचौंध के बीच ऐसा लगता है मानो जीवन से खुशी कहीं गुम हो गई है। अत: इन सभी परेशानियों के बावजूद आज हर व्यक्ति को अपने कीमती समय में कुछ टाइम ऐसा जरूर निकालना चाहिए जिससे वो अपने परिवार, मित्रों, रिश्तेदारों के साथ अपने देश या दूसरी जगह का टूर करके घूमे-फिरे और खुशियों को फिर से गले लगाएं ताकि जीवन की नीरसता कम हो और जीने की उम्मीद पुन: जाग उठें।
महत्व : भारत एक ऐसा देश है जहां 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों में आपको कई खूबसूरत जगहों को देखने तथा वहां की संस्कृति, अलग-अलग भाषा, बोली तथा संस्कृति और परंपरा जानने का मौका देता है। यहां के धार्मिक स्थलों और ऐतिहासिक महत्व के स्थानों के साथ-साथ आपको खूबसूरत पहाड़ों, रेगिस्तान, बर्फीले स्थान, समुद्र तट, जंगल और रेतीले मैदान तथा झील-झरनों की विविधताओं को देखने का मौका भी मिलता है।
पर्यटन सिर्फ हमारे जीवन में खुशियों के पल वापस लाने में ही मदद नहीं करता है, बल्कि यह हमें हमारे सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इससे देश की अर्थव्यवस्था भी मजूबत होती हैं। आज भारतभर में लाखों विदेशी पर्यटक आकर हमारी संस्कृति को देखने, निहाराने और यहां के पर्यटन उद्योग को भी बढ़ाने में हमारी मदद कर रहे हैं। बता दें कि घूमने-फिरने के शौकीन लोगों के लिए पर्यटन स्थल बहुत महत्व रखते हैं। और हमारे देश में इतने पर्यटन स्थल हैं कि आप भी उनकी यात्रा करना भी जरूर चाहेंगे।
आपको बता दें कि भारत अपना राष्ट्रीय पर्यटन दिवस जहां 25 जनवरी को मनाता है, वहीं विश्व पर्यटन दिवस प्रतिवर्ष 27 सितंबर को मनाया जाता है। और राष्ट्रीय पर्यटन दिवस तथा विश्व पर्यटन दिवस मनाने उद्देश्य यहीं हैं कि इससे लोगों में पर्यटन का महत्व जागे, दुनियाभर की ऐतिहासिक चीजों को देखने के लिए उनमें रोमांच पैदा हो तथा उक्त स्थान या स्थल की अर्थव्यवस्था में इजाफा हो तथा लोगों में पर्यटन स्थलों के प्रति जागरूकता और उसकी देखभाल करने की मंशा बढ़ें और वे दूसरों को भी घूमने-फिरने के लिए प्रेरित करें।
इतिहास : देश आजाद होने के अगले साल यानी सन् 1948 से ही भारत में पर्यटन दिवस को मनाने की शुरुआत हो गई थी। और इसके लिए यातायात समिति का गठन किया गया था। बता दें कि समिति के गठन के 3 साल बाद यानी सन् 1951 में पर्यटन दिवस के क्षेत्रीय कार्यालयों की शुरुआत कोलकाता और चेन्नई में हुई। इसके बाद दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में भी पर्यटन कार्यालय बनाए गए और वर्ष 1998 में पर्यटन और संचार मंत्री के नेतृत्व में पर्यटन विभाग की स्थापना की गई।
आइए अब जानते हैं राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 2024 की थीम क्या है ? National Tourism Day 2024 Theme
पिछले साल यानी राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 2023 की थीम जहां 'ग्रामीण और सामुदायिक केंद्रित पर्यटन' (Rural and Community Centric Tourism) रखी गई थीं, वहीं वर्ष 2024 में पर्यटन दिवस का विषय 'सतत यात्राएं, असामयिक यादें (Sustainable Journeys, Timeless Memories)' थीम तय की गई है। यह थीम हमें जिम्मेदार और सचेत यात्रा की अवधारणा पर जोर देती है।