प्रतिवर्ष सितंबर के महीने में विश्व पर्यटन दिवस (World Tourism Day) मनाया जाता है। जिस तरह किसी खास दिन के लिए एक तारीख तय की हुई होती है, उसी तरह पर्यटन दिवस के लिए 27 सितंबर का दिन तय किया गया है। विश्व पर्यटन दिवस को मनाने की शुरुआत सन् 1980 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा की गई थी।
अक्टूबर 1997 में इस्तांबुल टर्की में 12वीं यूनाइटेड नेशंस वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गनाइजेशन (UNWTO, World Tourism Organization is the United Nations Agency) महासभा में इस दिन को हर साल मनाने का फैसला लिया गया था तथा यूएनडब्ल्यूटीओ ने 27 सितंबर 1980 को पहला विश्व पर्यटन दिवस एक अंतरराष्ट्रीय उत्सव के रूप में मनाया था। ज्ञात हो कि संयुक्त राष्ट्र महासभा हर साल विश्व पर्यटन दिवस की एक थीम तय करता है।
हर कोई पूरी दुनिया घूमना-फिरना चाहता है। वहां की ऐतिहासिक जगह, अलग-अलग संस्कृति, रहन-सहन देखना और खान-पान का आनंद लेकर अपनी यादों में संजोना चाहता है। विश्वभर में कई सारी जगह ऐसी हैं, जिनसे आम आदमी से अनजान थे, पहले के समय में उस जगह पर जाने के लिए किसी परिवहन मार्ग की सही व्यवस्था नहीं थी। लेकिन विकासशील देशों के लिए टूरिज्म सेक्टर बहुत मायने रखता है।
आजकल देश के हर कोने-कोने में लोग पहुंच सकें, इस प्रकार से हर परिवहन और मार्ग को सुगम बनाया जा रहा है। और यही चीजें पर्यटन को और बेहतर बनाती है तथा इन्हें देखने के इच्छुक लोग वहां आसानी से पहुंच सकते है तथा उसके बारे में जानकारी भी ले सकते हैं।
विश्व पर्यटन दिवस 2022 की थीम : World Tourism Day Theme
इस बार 27 सितंबर, दिन मंगलवार को 42वां विश्व पर्यटन दिवस मनाया जा रहा हैं। वर्ष 2022 में विश्व पर्यटन दिवस की थीम पर्यटन पर पुनर्विचार (Rethinking Tourism) रखी गई है। जो कि कोरोना महामारी के बाद पर्यटन उद्योग में हुए बदलाव पर पुनर्विचार करने को प्रेरित करता है। साथ ही पर्यटन उद्योग को पटरी पर लाने तथा भविष्य के अनुरूप आकार देने का अवसर भी प्रदान कर रहा है।
जानिए खास बातें भी...
- हर साल 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है।
- विश्व पर्यटन दिवस के दिन कई देशों में अलग-अलग गतिविधियां, कार्यक्रम आयोजित होते हैं।
- विश्व पर्यटन दिवस कहीं-कहीं मेले भी लगते हैं, ताकि वहां पर अधिक से अधिक लोग पहुंचे और उस जगह का मजा लें।
- विश्व पर्यटन दिवस के दिन अपने दोस्तों-परिवार के साथ समय व्यतीत करना चाहिए।
- पर्यटन क्षेत्र को कई हिस्सों में जैसे- स्वास्थ्य पर्यटन, रोमांच पर्यटन, आध्यात्मिक पर्यटन, योग पर्यटन आदि में विभाजित करके पर्यटकों को आकर्षित किया जाना चाहिए।
- साथ ही गांवों-शहरों के अनदेखे स्थलों में संभावना तलाश कर उक्त स्थलों के बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करना चाहिए।
- पर्यटन स्थलों का विकास करके लोगों के आपसी संपर्क को बढ़ा कर मित्रता व सहयोग को बढ़ावा देना चाहिए।