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पाकिस्तान की इंडस रिवर सिस्टम अथॉरिटी (IRSA)के ताजा आंकड़े बताते हैं कि वहां इस समय 21% जल की कमी महसूस की जा रही है।

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

नई दिल्ली , सोमवार, 2 जून 2025 (17:03 IST)
indus water treaty News : पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान पर भारत ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की। सिंधु जल संधि तोड़ पानी के लिए तरसाया। ऑपरेशन सिंदूर से आतंकी ठिकानों को ढहाया। अब पाकिस्तान में तबाही आने वाली है। जी हां, आपने बिलकुल सही पढ़ा। भारत के चक्रव्यूह से धूर्त पाकिस्तान अब बच नहीं पाएगा। पाकिस्तान की इंडस रिवर सिस्टम अथॉरिटी (IRSA)के ताजा आंकड़े बताते हैं कि वहां इस समय 21% जल की कमी महसूस की जा रही है। इसका सीधा असर उसकी फसल की पैदावार पर पड़ेगा। साथ ही पाकिस्तान में पानी की कमी और बढ़ सकती है। हालांकि इतना होने के बाद भी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है।
 
 क्या कहते हैं आंकड़े
पिछले महीने पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की हत्या के बाद भारत ने कड़ा कदम उठाते हुए सिंधु जल संधि को अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया है। पाकिस्तान के सिंधु नदी प्रणाली प्राधिकरण (IRSA) के ताजा आंकड़े बताते हैं कि इस समय देश में कुल 21 प्रतिशत पानी की कमी दर्ज की गई है। यहां के दो प्रमुख जलाशयों मंगला और तुरबेला बांध में आधा पानी ही बचा है। मंगला बांध झेलम नदी पर बना है। इसकी कुल क्षमता 5.9 मिलियन एकड़ फुट (एमएएफ) है, लेकिन इसमें सिर्फ 2.7 एमएएफ पानी ही बचा है। सिंधु नदी पर बने तुरबेला बांध में सिर्फ 6 एमएएफ पानी बचा है, जबकि इसकी क्षमता 11.6 एमएएफ है।
शहबाज परेशान, अब क्या करेगा पाकिस्तान 
जल संकट से परेशान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने तजाकिस्तान में भारत के कदमों पर चिंता जताई है। उन्‍होंने कहा कि भारत पानी रोक कर स्थिति को और खराब कर रहा है। पाकिस्तानी अखबार ‘डॉन' ने शरीफ के हवाले से कहा है कि  ‘सिंधु बेसिन के पानी के बंटवारे को नियंत्रित करने वाली सिंधु जल संधि को स्थगित रखने का भारत का एकतरफा और अवैध निर्णय अत्यंत खेदजनक है। 
 
खरीफ बुवाई पर पड़ेगा असर
भारत ने पाकिस्तान के साथ जल प्रवाह से जुड़ा कोई भी डेटा साझा करना बंद कर दिया है। इससे आने वाले मानसून में पाकिस्तानी प्रशासन और सेना के लिए बाढ़ से निपटना भी मुश्किल हो सकता है। पाकिस्तान के पंजाब और सिंध प्रांतों में पूरी सिंचाई व्यवस्था सिंधु नदी प्रणाली पर आधारित है, जिसमें झेलम, चिनाब और सिंधु नदियों से पानी आता है। भारत की ओर से चिनाब में पानी की आपूर्ति में अचानक कमी आने से पाकिस्तान की कृषि व्यवस्था को गहरा झटका लगा है। इसका सीधा असर मई से सितंबर तक चलने वाले खरीफ सीजन की बुवाई पर पड़ा है। इनपुट एजेंसियां Edited by: Sudhir Sharma

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