बथुए का नमकीन पराठा देता है सेहत के फायदे, जानिए बनाने का सही तरीका और बथुए के 10 अनजाने लाभ
सर्दियों का मौसम जारी है, इन दिनों गरमा-गरम खाने की डिमांड बढ़ जाती हैं, इसके साथ तरह-तरह के व्यंजन भी घरों में बनने लगते हैं। यहां जानिए सेहतमंद बथुए का पराठा Bathua Ka Paratha बनाने की सरल विधि एवं 10 फायदे-
सामग्री-
Bathua Ka Paratha Recipe 2 बड़ी कटोरी आटा, 3 कप बथुआ के ताजे पत्ते साफ किए हुए, 1 बड़ा आलू, 1 चम्मच लाल मिर्च पाउडर, 1/2 चम्मच हल्दी, 1 चम्मच सौंफ,1 चुटकी हींग पाउडर, 1/2 चम्मच जीरा पाउडर, 1/2 चम्मच अजवाइन, 2 बारीक कटी हरी मिर्च, नमक स्वादानुसार, गुनगुना पानी और तेल।
विधि-
अगर आप भी बथुए के पराठे बनाने जा रहे हैं तो सबसे पहले बथुआ के साफ किए हुए पत्तों को अच्छी तरह से धोकर बारीक काट लें और आलू उबाल लें।
अब एक बर्तन में धीमी आंच पर पानी गरम चढ़ाकर ऊपर प्लेट से ढंक दें, अब उस प्लेट पर बथुए के पत्तों को रखकर नर्म होने तक पका लें। पत्ते पक जाएं तो आंच बंद कर दें। अब उबले आलू को छीलकर मैश करके उसमें बथुआ के पत्ते मिला दें। एक परात में आटा छान लें। आलू और बथुए के पत्ते डाल दें। अब उसमें कटी हरी मिर्च, लाल मिर्च पाउडर, हल्दी, जीरा पाउडर, अजवाइन, हींग और अपने स्वादानुसार नमक भी डाल दें और सभी सामग्री को अच्छी तरह मिक्स करके गुनगुने पानी से टाइट आटा गूंथ लें।
तैयार आटा थोड़ी देर ढंक दें। अब आटे से लोइयां बनाकर उसके गोल या तिकोने पराठे बेल लें। एक नॉनस्टिक पैन या साधारण तवे को गरम करके पराठा डाल दें और दोनों तरफ से तेल लगाकर कुरकुरा होने तक अच्छे से सेंक लें। गोल्डन ब्राउन रंग का दिखने लगे तो आंच से उतार लें। अब तैयार बथुए का हेल्दी और स्वादिष्ट पराठा नीबू का अचार, हरी चटनी या दही के साथ परोसें। खुद भी गरमा-गरम पराठे का आनंद लें और परिवारजनों को भी खिलाएं।
जानिए 10 खास सेहत फायदे- Health Benefits of Eating Bathua
1. बथुआ के पराठे खून को साफ करने का काम करता है। अत: सर्दी के दिनों में इसका सेवन अवश्य करें।
2. बथुआ कब्ज की समस्या को दूर करने का काम करता है, यह पाचन शक्ति को मजबूत करने वाला भी माना जाता है। इसके सेवन से शरीर में ताकत आती है और स्फूर्ति बनी रहती है।
3. अगर आप दांतों की समस्या से परेशान हैं तो बथुआ खाएं, यह आपको राहत देगा।
4. बथुए में सोना, लोहा, पारा और क्षार पाया जाता है, जो शरीर को बलवान बनाता है, गर्मी से बढ़े हुए यकृत को ठीक करता है।
5. मूत्राशय के रोग, गुर्दा और पेशाब की बीमारी में बथुआ खाना लाभदायक है।
6. पथरी रोग से परेशान हो तो एक गिलास कच्चे बथुए के रस में शकर मिलाकर प्रतिदिन सेवन करने पथरी टूटकर अपने आप बाहर निकल जाती है।
7. बथुए के बीज एक चम्मच पिसे हुए शहद में मिलाकर चाटने से पेट के कृमि मर जाते हैं तथा रक्त पित्त ठीक होता है।
8. नित्य बथुआ उबालकर और निचोड़कर उसका रस पीने से सफेद दाग, दाद, खुजली और फोड़े-फुंसी आदि चर्म रोग ठीक होते हैं।
9. जिन व्यक्तियों को पेशाब रुक-रुककर आने की समस्या हो वे बथुआ रस का सेवन करें, इससे पेशाब खुल कर आता है।
10. निरोग रहने के लिए बथुआ रामबाण है। बथुए का अधिक से अधिक सेवन किया जाए तो कई बीमारियों से छुट्टी मिल सकती हैं।
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