गुलकंद (gulakand) स्वाद में बेहद स्वादिष्ट और स्वास्थ्य के लिए कई तरह से फायदेमंद होता है। यहां जानिए गुलाब की ताजी पंखुड़ियों से कैसे बनाएं घर पर गुलकंद। पढ़ें पारंपरिक तरीका और इसके फायदे-
सामग्री : Gulakand Ingredients
2 कप गुलाब की ताजी पंखुड़ियां (साफ की हुई), 1 कप शकर, 1/4 बड़ा चम्मच सौंफ पाउडर, 1/2 चम्मच इलाइची पाउडर।
विधि : Gulakand Method
सबसे पहले एक कांच का बड़ा बर्तन अथवा कांच की बरनी लेकर उसके तल में गुलाब की पंखुड़ियों की एक परत जमा दें। अब इस पर थोड़ी मात्रा में शकर बुराकाएं। इसके ऊपर गुलाब की पंखुड़ियों की एक परत फिर से जमा दें और शकर सभी तरफ बुरका दें। अब इलायची और सौंफ पाउडर डाल दें।
ऊपर से बची हुई गुलाब की पंखुड़ियों और पूरी शकर डाले दें। अब ढक्कन बंद करके 8-10 दिन के लिए बरनी को धूप में रख दें। इस बीच मिश्रण को एक-दो बार चम्मच से हिला दें। जब पूरी सामग्री अच्छी तरह गल जाए या एकसार हो जाए तो तैयार लाजवाब गुलकंद (tasty gulakand) का खाने में प्रयोग करें।
नोट : आप चाहे तो शकर की जगह मिश्री का उपयोग कर सकते हैं।
गुलकंद के सेहत फायदे-Gulakand Health Benefits
1. शरीर में गर्मी बढ़ जाने पर गुलकंद का सेवन बेहद लाभदायक होता है। यह शरीर के अंगों को ठंडक प्रदान करता है और गर्मी से पैदा हुईं समस्याओं से निजात दिलाता है।
2. गुलकंद का प्रयोग मुंह के छालों एवं त्वचा की समस्याओं के लिए भी बेहद फायदेमंद है। यह थकान या शरीर में ऊर्जा की कमी होने पर लाभदायक साबित होता है।
3. गर्भावस्था में गुलकंद लाभकारी है, रोजाना गुलकंद का सेवन कब्ज से निजात दिला कर भूख बढ़ाने और पाचन तंत्र को व्यवस्थित करके अपच की समस्या दूर करने का यह रामबाण उपाय है।
4. आंखों में जलन, कंजक्टिवाइटिस की समस्या दूर करके आंखों की रोशनी बढ़ाने और ठंडक देने का काम गुलकंद करता हैं, अत: इसका उपयोग करना बेहतर है।
5. गुलकंद का नियमित सेवन दिमाग के लिए भी बेहद लाभकारी है। सुबह, शाम के समय एक चम्मच गुलकंद खाने से न सिर्फ दिमाग को तरावट मिलेगी। जहां दिमाग शांत रहेगा, वहीं गुस्से पर भी नियंत्रण हो जाएगा।