शासकीय चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय की अधीक्षक डॉ. प्रीति मालपानी ने बताया कि शहर के श्री युगपुरुष धाम बाल आश्रम की 3 वर्षीय बच्ची को उसके परिजनों ने शनिवार को बेहद गंभीर हालत में हमारे अस्पताल में भर्ती कराया था। तब वह उल्टी-दस्त और शरीर में पानी की कमी की समस्या से पीड़ित थी। डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद बच्ची की जान नहीं बचाई जा सकी और उसने सोमवार रात दम तोड़ दिया। बच्ची कुपोषण और विकलांगता से पहले ही जूझ रही थी।
मालपानी के मुताबिक, आश्रम प्रबंधन का कहना है कि उसने बच्ची को हाल ही में उसके परिजनों को सौंप दिया था। उन्होंने बताया कि बच्ची के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
बताया जा रहा है कि बच्ची को 15 दिन पहले ही उसके दादा बाल आश्रम में छोड़ गए थे। हालांकि मौत का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। पोस्टमार्टम से ही मौत के कारणों का पता चलेगा।
अधिकारियों ने बताया कि प्रशासन की जांच रिपोर्ट में कुछ दिन पहले खुलासा हुआ था कि श्री युगपुरुष धाम बाल आश्रम में हैजा के प्रकोप के बाद पिछले डेढ़ महीने में 10 बच्चों की मौत हो चुकी है।
अधिकारियों के अनुसार, प्रशासन की ओर से गठित उच्च स्तरीय समिति की जांच में आश्रम में क्षमता से अधिक बच्चों को भर्ती किए जाने, बच्चों का मेडिकल रिकॉर्ड उचित तरीके से नहीं रखे जाने और संस्थान के रख-रखाव में अन्य गड़बड़ियों का भी खुलासा हुआ था।
Edited by : Nrapendra Gupta