इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में एक नाले पर रस्सी के बेहद खतरनाक पुल के कारण 45 वर्षीय किसान की मौत को लेकर ग्रामीणों के आक्रोश के बाद जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने इस जगह पक्का पुल बनाने की घोषणा की है। इसके बाद केवल 2 रस्सियों से बना जुगाड़ वाला पुल हटा दिया गया है। ग्रामीणों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि सिलोटिया गांव में सोमवार सुबह रस्सी के पुल का इस्तेमाल करते वक्त गिरने के बाद नाले में डूबने से किसान प्रेमनारायण पटेल (45) की मौत हो गई थी। यह गांव सिलावट के निर्वाचन क्षेत्र सांवेर में आता है। ग्रामीणों ने बताया कि सिलावट ने गुरुवार को घटनास्थल का दौरा किया। दौरे के बाद जल संसाधन मंत्री ने एक बयान में कहा कि पक्का पुल बनाने के लिए 15 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं ताकि ग्रामीणों को नाला पार करने में कोई कठिनाई न हो तथा भविष्य में कोई अप्रिय घटना न घटे।
सिलावट ने यह भी बताया कि उन्होंने दिवंगत किसान के शोक-संतप्त परिजनों को 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की है। इस बीच सिलोटिया गांव के सरपंच कमल पटेल ने बताया कि जल संसाधन मंत्री द्वारा पक्के पुल की घोषणा के बाद नाले पर से रस्सी पुल हटा दिया गया है।
उन्होंने बताया कि ग्रामीण पिछले 2 दशक से इस पक्के पुल की मांग कर रहे थे। सरपंच ने बताया कि जुगाड़ के पुल के लिए नाले के आर-पार 2 रस्सियां बांधी गई थीं और पुल पार करने वाला हर व्यक्ति अपने हाथों से ऊपर की रस्सी को पकड़ता था तथा नीचे की रस्सी पर पैर रखकर आगे बढ़ता था। उन्होंने बताया कि हमारे गांव के किसानों को हर दिन अपनी जान जोखिम में डालकर इस खतरनाक पुल का इस्तेमाल इसलिए करना पड़ता था कि उनके खेतों तक पहुंचने का सड़क मार्ग 6 किलोमीटर लंबा है।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta