गेर में करीब 5 लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए। 3 किलोमीटर से लंबी गेर निकलने का सिलसिला दोपहर 3 बजे के बाद भी चलता रहा।स्वच्छता आदत में है, स्वच्छता त्योहार है।
— Pushyamitra Bhargav (@advpushyamitra) March 12, 2023
इंदौर शहर ने आज पुनः यह वाक्य सार्थक सिद्ध किया। उत्साह व सौहार्दपूर्ण 'रंगपंचमी गेर' उत्सव मनाने के पश्चात 150 सफाईमित्रों व मशीनों द्वारा गेर मार्ग को पुनः पूर्व स्वरूप में लाया गया।
सभी सफाईमित्रों द्वारा किये गए इस अद्भुत कार्य के… https://t.co/3glQPU6ScF pic.twitter.com/rK4mnpW2kd
सर्वोत्तम इंदौर !!!
दोपहर 4 बजे इंदौर की विश्व प्रसिद्ध रंगपंचमी गैर समाप्त और 2 घंटे बाद शाम 6 बजे वहां का कचड़ा कीचड़ समाप्त
सभी सफाईकर्मियों को बधाई एवं महापौर @advpushyamitra जी का धन्यवाद... pic.twitter.com/VgO7Nq1dfi
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) March 12, 2023अब इंदौर के सफाईकर्मियों की मेहनत की सोशल मीडिया पर भी खूब तारीफ हो रही है। शहर में गेर की परंपरा रियासत काल में शुरू हुई, जब होलकर राजवंश के लोग रंगपंचमी पर आम जनता के साथ होली खेलने के लिए सड़कों पर निकलते थे। Edited By : Sudhir Sharma